पाकिस्तानः सिंध में 11 वर्षीय हिंदू लड़के का यौन उत्पीड़न कर बेरहमी से हत्या, नाबालिग के शरीर पर प्रताड़ना के निशान
By भाषा | Published: November 20, 2021 08:59 PM2021-11-20T20:59:17+5:302021-11-20T21:01:29+5:30
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने लड़के के संबंधी राज कुमार के हवाले से कहा, ''पूरा परिवार गुरुनानक की जयंती के कार्यक्रमों में व्यस्त था। हमें नहीं पता कि बच्चा कैसे लापता हो गया। वह 11 रात बजे घर में मृत मिला।''
इस्लामाबादःपाकिस्तान के सिंध प्रांत में 11 वर्षीय हिंदू लड़के का यौन उत्पीड़न कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। शनिवार को मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई है। लड़के के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह शुक्रवार शाम को लापता हो गया था और उसका शव शनिवार को प्रांत के खैरपुर मीर इलाके के बबरलोई कस्बे में एक सुनसान घर में मिला।
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने लड़के के संबंधी राज कुमार के हवाले से कहा, ''पूरा परिवार गुरुनानक की जयंती के कार्यक्रमों में व्यस्त था। हमें नहीं पता कि बच्चा कैसे लापता हो गया। वह 11 रात बजे घर में मृत मिला।'' बबरलोई थाने के एसएचओ ने कहा कि अपराधियों ने लड़के का यौन उत्पीड़न करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
एसएचओ ने कहा, ''हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।'' बाल संरक्षण प्राधिकरण, सुक्कुर के जुबैर महर ने कहा कि नाबालिग के शरीर पर प्रताड़ना के भी निशान हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में सूबे में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
महर ने कहा, ''कुछ समय पहले, सुक्कुर जिले के सालेह पाट में हिंदू समुदाय की एक नाबालिग लड़की लापता हो गई थी। पुलिस ने उसकी बरामदगी के लिए 25 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की, लेकिन यह सब व्यर्थ गया।''
दक्षिणी पाकिस्तान के कराची में झुग्गी बस्ती में लगी आग, 100 झोंपड़ियां जलकर खाक हुईं
पाकिस्तान के दक्षिण में स्थित बंदरगाह शहर कराची में शनिवार तड़के एक झुग्गी बस्ती में आग लग गई, जिससे करीब 100 झोंपड़ियां जलकर खाक हो गईं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
शहर के केंद्रीय दमकल केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी इनायत उल्ला के अनुसार मध्य कराची के तीनहट्टी इलाके में एक पुल के नीचे ल्यारी नदी के किनारे स्थित मकानों में आग लग गई। मौके पर दमकल की करीब 10 गाड़ियां पहुंचीं और घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
यह तत्काल पता नहीं चल पाया कि आग किस कारण लगी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं अक्सर ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ होती हैं, जब झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोग गर्म रहने के लिए अलाव जलाते हैं। पिछले साल भी इसी इलाके में आग लगने की ऐसी ही घटना में प्लास्टिक और कपड़ों से बने लगभग सौ मकान जलकर नष्ट हो गए थे, हालांकि इस घटना में भी किसी की भी मृत्यु नहीं हुई थी।