इमरान खान के नक्शे कदम पर पाक पीएम शाहबाज शरीफ, पुतिन को लिखी चिट्ठी, अब क्या करेगा अमेरिका ?
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 24, 2022 09:38 PM2022-04-24T21:38:23+5:302022-04-24T21:43:01+5:30
पाकिस्तानी अखबार “एक्सप्रेस ट्रिब्यून” ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी शाहबाज शरीफ को चिट्ठी लिखकर पीएम बनने पर बधाई दी है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सियायत में एक बार फिर से खलबली मची हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल करके नए प्रधानमंत्री बने शाहबाज शरीफ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चिट्ठी लिखी है, जिसमें दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की बात कही गई है।
इस संबंध में पाकिस्तानी अखबार “एक्सप्रेस ट्रिब्यून” ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी शाहबाज शरीफ को चिट्ठी लिखकर पीएम बनने पर बधाई दी है।
“एक्सप्रेस ट्रिब्यून” ने दावा किया है कि यह खबर मीडिया से छिपाकर रखी गई ताकि किसी तरह का सियासी बवाल न हो। अब इस खुलासे के बाद पाकिस्तान में यह सवाल पूछा जा रहा है कि पीएमएन (एल) के नेता शाहबाज शरीफ के इस कदम पर अमेरिका क्या प्रतिक्रिया देगा।
समाचार पत्र “एक्सप्रेस ट्रिब्यून” ने यह भी दावा किया है कि इस्लामाबाद में मौजूद रूसी दूतावास ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 12 अप्रैल को शाहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने पर उन्हें बधाई दी थी।
काफी गंभीर सियासी उथल-पुथल के कारण शाहबाज शरीफ ने 11 अप्रैल को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथी ली थी। शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व प्रदानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं, जो निर्वासन के बाद इन दिनों लंदन में रह रहे हैं। शहबाज शरीफ की सरकार को विलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का भी समर्थन हासिल है।
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सत्ता गवाने के पीछे अमेरिका का हाथ माना जाता है। इमरान खान ने देश के नाम अपने संबोधन में और कोई रैलियों में भी अस बात का जिक्र किया था कि कुछ विदेशी ताकतें उन्हें सत्ता से बेदखल करना चहती हैं।
इमरान खान और उनके समर्थकों का दावा है कि अमेरिका की शह पर पाकिस्तान की सेना ने विपक्ष के साथ मिलकर पाकिस्तान की संसद में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
हालांकि इमरान ने आखिरी वक्त तक विपक्षी गठबंधन का मुकाबला किया लेकिन कई दिनों तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद आखिरकार उन्हें सत्ता से हटना पड़ा था।
जानकारों के मुताबिक इमरान खान की पुतिन से नजदीकी अमेरिका को पसंद नहीं आ रही थी। 24 फरवरी को इमरान खान मॉस्को की यात्रा पर गए थे और उसी दिन रूस ने यूक्रेन पर हमले का ऐलान किया था।