पाकिस्तान के निर्वासित नेता अल्ताफ हुसैन ने PM मोदी से भारत में मांगी शरण, मुकदमा लड़ने के लिए मांगे पैसे
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 18, 2019 09:36 AM2019-11-18T09:36:55+5:302019-11-18T09:36:55+5:30
ब्रिटेन में 67 वर्षीय हुसैन पाकिस्तान में कुछ वर्ष पहले अपने समर्थकों को दिए भाषण के जरिये आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
ब्रिटेन में निर्वासित जीवन बिता रहे मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें और उनके साथियों को भारत में शरण देने या कम से कम अंतर्राष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में मुकदमा लड़ने के लिए वित्तीय मदद देने की अपील की है. किसी तरह की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करने का वादा करते हुए हुसैन ने पिछले हफ्ते सोशल मीडिया के जरिये यह बयान जारी किया और साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या विवाद पर दिए फैसले का स्वागत किया.
ब्रिटेन में 67 वर्षीय हुसैन पाकिस्तान में कुछ वर्ष पहले अपने समर्थकों को दिए भाषण के जरिये आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में मुकदमे का सामना कर रहे हैं. हुसैन ने 9 नवंबर को जारी भाषण में कहा, ''अगर आज भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझे भारत आने की इजाजत देंगे और मुझे समर्थकों के साथ शरण देंगे तो मैं अपने सहयोगियों के साथ भारत आने को तैयार हूं, क्योंकि मेरे दादा वहां दफन हैं, मेरी दादी वहां दफन हैं, मेरे हजारों रिश्तेदार भारत में दफन है. मैं वहां जाना चाहता हूं. मैं उनकी कब्रों पर जाना चाहता हूं. वहां इबादत करना चाहता हूं.''
उन्होंने कहा, ''मैं शांतिप्रिय इंसान हूं. मैं किसी राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करूंगा. मैं वादा करता हूं. बस मुझे, मेरे साथियों के साथ भारत में रहने के लिए जगह दी जाए. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कुछ बलोच, सिंधी, जिनके नाम मैं दूं उन्हें भी शरण दी जाए.''