पाकिस्तानी पत्रकार ने अपने देश के सैन्य जनरलों को बताया प्रॉपर्टी डीलर, हुआ हमला, इमरान खान ने सरकार पर साधा निशाना
By अनिल शर्मा | Published: July 2, 2022 09:30 AM2022-07-02T09:30:10+5:302022-07-02T09:33:10+5:30
पाकिस्तान के प्रकार अयाज आमिर के चेहरे पर खरोंचे आयी हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि नकाबपोश बदमाशों ने न केवल उन पर हमला किया और उनके कपड़े फाड़े, बल्कि वे उनका मोबाइल फोन और पर्स भी ले गए। भीड़भाड़ वाली सड़क पर लोगों के इकट्ठा होने के बाद वे (हमलावर) भाग गए।
लाहौरः पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अयाज आमिर पर शुक्रवार रात लाहौर में अज्ञात लोगों ने हमला किया। यह घटना तब हुई है जब एक दिन पहले उन्होंने पाकिस्तान के सैन्य जनरलों को ‘प्रॉपर्टी डीलर’ बताया था। 73 वर्षीय आमिर ‘दुनिया न्यूज’ पर अपने टीवी कार्यक्रम के प्रसारण के बाद घर लौट रहे थे तभी अज्ञात लोगों ने उन्हें रोका। उन्होंने दावा किया कि उन्हें कार से बाहर खींचा गया और उनसे मारपीट की गयी।
आमिर के चेहरे पर खरोंचे आयी हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि नकाबपोश बदमाशों ने न केवल उन पर हमला किया और उनके कपड़े फाड़े, बल्कि वे उनका मोबाइल फोन और पर्स भी ले गए। भीड़भाड़ वाली सड़क पर लोगों के इकट्ठा होने के बाद वे (हमलावर) भाग गए।
गौरतलब है कि गुरुवार को ‘सत्ता परिवर्तन और पाकिस्तान पर उसका परिणाम’ विषय पर इस्लामाबाद में एक संगोष्ठि में आमिर ने शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान पर पाकिस्तान की राजनीति में उसकी भूमिका को लेकर निशाना साधा। संगोष्ठि में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हुए थे। उन्होंने सैन्य जनरलों को ‘प्रॉपर्टी डीलर’ बताया था और मोहम्मद अली जिन्ना एवं आलम इकबाल की तस्वीरें हटाकर उनकी जगह ‘प्रॉपर्टी डीलर्स’ की तस्वीरें लगाने का सुझाव दिया था।
आमिर के भाषण के कुछ अंश सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गए थे। इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज ने वरिष्ठ पत्रकार पर हमले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
उधर, इस घटना की पूर्व पीएम इमरान खान ने भी कड़े शब्दों में निंदा की। इमरान खान ने ट्वीट किया, ‘‘मैं लाहौर में आज वरिष्ठ पत्रकार अयाज आमिर के खिलाफ हिंसा की कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। पत्रकारों, विपक्षी नेताओं और नागरिकों के खिलाफ हिंसा और प्राथमिकियां दर्ज होने के बीच पाकिस्तान सबसे खराब फासीवाद का सामना कर रहा है। जब कोई देश सभी नैतिक अधिकार खो देता है तो वह हिंसा पर उतर आता है।’’ पत्रकारों, वकील संघों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस हमले की निंदा की है।