नेपाल के पीएम केपी ओली को उनके विदेश मंत्री की नसीहत, कहा- दोनों देशों के रिश्ते को खराब न करें
By अनुराग आनंद | Published: June 29, 2020 07:24 PM2020-06-29T19:24:47+5:302020-06-29T19:24:47+5:30
नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने पिछले दिनों अपनी कुर्सी को खतरे में देखकर भारत पर उनकी सरकार गिराने का आरोप लगाया था।
नई दिल्ली:नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पिछले दिनों कहा था कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए भारत में साजिश रची जा रही है। नेपाली प्रधानमंत्री के इस बयान पर उनके ही विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने इशारे-इशारे में केपी ओली को इस तरह के बयान से बचने की नसीहत दी है।
द काठमांडू पोस्ट रिपोर्ट की मानें तो विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने यहां तक कह दिया है कि भारत और नेपाल के रिश्ते में किसी को कड़वाहट नहीं घोलनी चाहिए। प्रदीप ग्यावली नहीं चाहते हैं कि सीमा विवाद को और अधिक तुल देकर दोनों देशों के रिश्तों को खराब किया जाए।
विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली के बयान के बाद केपी ओली अलग-थलग पड़े-
बता दें कि पिछले दिनों अपनी सरकार को गिरान का आरोप भारत पर लगाने का बयान देकर नेपाल के पीएम केपी ओली अलग-थलग पड़ गए हैं। दरअसल, प्रदीप ग्यावली ही पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने अपने ही सरकार के पीएम के बयान का समर्थन नहीं किया है।
प्रदीप ग्यावली के अलावा भी पार्टी के कई नेता भारत के खिलाफ दिए जा रहे पीएम केपी ओली के बयान से नाराज हैं। दरअसल, केपी शर्मा ओली ने भारतीय इलाकों को नेपाल के नए नक्शे में शामिल करके दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों को पटरी से उतारने की कोशिश की।
नेशनल असेंबली में एक बैठक में विदेश मंत्री ने ये बयान दिया-
नेशनल असेंबली में एक बैठक में ग्यावली ने कहा कि सरकार भारत के साथ बहुआयामी रिश्ते को लेकर चिंतित है और सीमा से जुड़ा एक विवाद हमारे रिश्ते को खराब ना करे।
विदेश मंत्री का यह बयान इसलिए बहुत अहम माना जा रहा है, क्योंकि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि कालापानी, लिपुलेख, लिंपियाधुरा को नेपाल के नए नक्शे में शामिल किए जाने की वजह से भारत उनको सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है।
नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा बातचीत से मामला हल होगा भावना भड़काकर नहीं-
इस मामले में बैठक के दौरान विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा कि दोनों देशों के सीमा विवाद की वजह से और रिश्तों पर असर नहीं पड़ना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले का हल बातचीत से होगा न कि भावनाओं को भड़काने वाले बयान देकर होगा।
नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि सकारात्मक योगदान दें। इस बैठक में नेपाल के विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि हम भारत के साथ संपर्क में हैं। हम मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।