विश्व रिकॉर्ड, नेपाल के कामी रीता शेरपा ने 23वीं बार माउंट एवरेस्ट को छूआ
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 15, 2019 04:29 PM2019-05-15T16:29:34+5:302019-05-15T16:29:34+5:30
अखबार ने सेवन समिट ट्रैक्स कंपनी के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के हवाले से बताया, ‘‘कामी रीता शेरपा ने नेपाल की तरफ से सुबह करीब 7 बजकर 50 मिनट पर सफलतापूर्वक माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करके विश्व की सर्वोच्च चोटी पर पहुंचने के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। वह सोलुखुम्बु जिले के थामे गांव के रहने वाले हैं।’’
नेपाल के 49 वर्षीय शेरपा ने माउंट एवरेस्ट पर 23वीं बार चढ़ाई पूरी की और विश्व के सबसे उंची चोटी पर चढ़ने का अपना ही विश्व रिकार्ड को तोड़ दिया। मीडिया में बुधवार को आयी खबरों में यह जानकारी दी गई।
द हिमालयन टाइम्स की रपट में बताया गया कि कामी रिता शेरपा ने पिछले साल 22वीं बार एवरेस्ट के शिखर पर चढ़ाई करके माउंट एवरेस्ट के शिखर को फतह करने का रिकार्ड बनाया था। वह बुधवार की सुबह अन्य शेरपाओं के साथ 8,850 मीटर उंचे शिखर पर पहुंचे।
अखबार ने सेवन समिट ट्रैक्स कंपनी के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के हवाले से बताया, ‘‘कामी रीता शेरपा ने नेपाल की तरफ से सुबह करीब 7 बजकर 50 मिनट पर सफलतापूर्वक माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करके विश्व की सर्वोच्च चोटी पर पहुंचने के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। वह सोलुखुम्बु जिले के थामे गांव के रहने वाले हैं।’’
हिमालयी राष्ट्र से प्रकाशित होने वाले एक अन्य प्रतिष्ठित दैनिक माई रिपब्लिका ने अपनी रपट में कहा है कि रिता माउंट एवरेस्ट पर 1994 से चढ़ रहे हैं। वह 1995 में चढ़ाई पूरी नहीं कर पाये थे क्योंकि शिखर पर पहुंचने से पहले उनका एक साथी बीमार हो गया था।
2017 में कामी 21 बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले तीसरे व्यक्ति बन गये थे। उसके अलावा सेवानिवृत्त होने से पहले अपा शेरपा और फुरबा ताशी शेरपा ने यह उपलब्धि हासिल की थी। कामी ने 2018 में सबसे अधिक दफा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का रिकॉर्ड कायम किया था।
महाराष्ट्र के पर्वतारोहियों ने कंचनजंघा चोटी फतह की
पुणे के एक पर्वतारोहण क्लब के 10 सदस्यों ने हिमालय पर्वत की 8,586 मीटर ऊंची चोटी कंचनजंघा बुधवार को फतह कर ली। यह दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। इसके साथ ही इस क्लब के सदस्यों ने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट सहित सात चोटियां फतह कर ली है।
‘गिरिप्रेमी कंचनजंघा इको एक्सपीडिशन’ टीम 31 मार्च को पुणे से रवाना हुई और 15 अप्रैल को चोटी की ओर स्थित आधार शिविर तक पहुंच गई। क्लब के उपाध्यक्ष चंदन चव्हाण ने पीटीआई को बताया, ‘‘वे मंगलवार शाम को शिखर शिविर ‘कैंप 4’ पहुंचे।
थोड़ा आराम करने के बाद, वे आगे के लिए निकले और बुधवार सुबह 5.30 बजे चोटी पर पहुंच गए।’’ चव्हाण ने कहा कि यह पर्वतारोहण की कोशिश करने वालों में पांच भारतीय और कुछ विदेशी सहित अन्य पर्वतारोही भी कैंप 4 में थे।
उन्होंने बताया कि इनमें से भी ज्यादातर लोग पर्वत की चोटी पर पहुंच गये होंगे। इस चोटी के लिए यह इस सीजन का पहला पर्वतारोहण है। चव्हाण ने बताया कि गिरिप्रेमी के कंचनजंघा पर्वतारोहण अभियान में आशीष माने, रूपेश खोपड़े, भूषण हर्षे, आनंद माली, प्रसाद जोशी, कृष्ण ढोकले, सुमित मंडले, विवेक शिवदे, किरण सालेस्तकर और जितेंद्र गावरे शामिल हैं।