नेपाल में संकटः सत्तारूढ़ नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी की अहम बैठक खत्म, नहीं दूर हो सका गतिरोध
By भाषा | Published: July 18, 2020 09:20 PM2020-07-18T21:20:12+5:302020-07-18T21:20:12+5:30
पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शाह के अनुसार नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) की नौ सदस्यीय केंद्रीय सचिवालय की बैठक के दौरान कोई नतीजा नहीं निकला, हालांकि पार्टी नेताओं ने रविवार की स्थायी समिति की बैठक के दौरान पेश किए जाने वाले एजेंडा पर चर्चा की।
काठमांडूः नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के बीच चल रही खींचतान को समाप्त करने के लिए सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च संस्था की शनिवार को हुयी बैठक चार घंटे की लंबी चर्चा के बाद भी बेनतीजा समाप्त हुई।
पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शाह के अनुसार नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) की नौ सदस्यीय केंद्रीय सचिवालय की बैठक के दौरान कोई नतीजा नहीं निकला, हालांकि पार्टी नेताओं ने रविवार की स्थायी समिति की बैठक के दौरान पेश किए जाने वाले एजेंडा पर चर्चा की।
पार्टी प्रवक्ता एन श्रेष्ठ ने बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आम सहमति से मुद्दों का हल किए जाने पर सहमति व्यक्त की। रविवार को होने वाली 45 सदस्यीय स्थायी समिति की बैठक से पहले दोनों नेताओं के पार्टी के शीर्ष निकाय के सम्मेलन के लिए सहमत होने पर नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी ने सचिवालय की बैठक बुलाई।
स्थायी समिति की बैठक रविवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी
रविवार को होने वाली स्थायी समिति की बैठक दोपहर बाद तीन बजे शुरू होगी। पार्टी के भीतर कलह को समाप्त करने के लिए ओली और प्रतिद्वंद्वी गुट की अगुवाई कर रहे प्रचंड को बातचीत के लिए और समय देने के वास्ते स्थायी समिति की बैठक रविवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
इससे पहले हुई बैठकों में ओली ने प्रचंड नीत धड़े की मांग पर एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ने या इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। स्थायी समिति के अध्यक्ष गणेश शाह ने कहा कि रविवार को होने वाली स्थायी समिति की बैठक में केंद्रीय कार्यकारिणी समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक की तारीख की घोषणा की जा सकती है जिसमें प्रधानमंत्री ओली के भविष्य पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
पार्टी के भीतर कलह का अंत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष ओली, प्रचंड और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर एक अनौपचारिक बैठक की थी। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि हाल के कुछ हफ्तों में ओली और प्रचंड के बीच कम से कम आठ बार बैठक हुई। प्रधानमंत्री को ‘एक व्यक्ति एक पद’ की शर्त स्वीकार नहीं थी इसलिए बातचीत विफल रही।