भारत को कूटनीतिक झटका, नेपाल के सेना प्रमुख ने चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात की
By भाषा | Published: June 20, 2019 11:26 PM2019-06-20T23:26:40+5:302019-06-20T23:26:40+5:30
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने खबर दी है कि मुलाकात के दौरान, फेंगघे ने कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के मार्गदर्शन में चीन-नेपाल व्यापक सहयोगात्मक साझेदारी, निरंतर स्थायी मित्रता के साथ लगातार आगे बढ़ी है।
नेपाल के सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा ने बृहस्पतिवार को चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगघे से मुलाकात की और दोनों पड़ोसी देशों के बीच सैन्य रिश्तों को बेहतर बनाने की योजनाओं पर चर्चा की। थापा एक हफ्ते की चीन यात्रा पर हैं। वह चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएफए) के निमंत्रण पर 16 जून को बीजिंग पहुंचे थे।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने खबर दी है कि मुलाकात के दौरान, फेंगघे ने कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के मार्गदर्शन में चीन-नेपाल व्यापक सहयोगात्मक साझेदारी, निरंतर स्थायी मित्रता के साथ लगातार आगे बढ़ी है। तिब्बत और ताइवन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि चीन नेपाल द्वारा ‘एक चीन’ नीति का कड़ाई से अनुसरण करने के लिए उसकी प्रशंसा करता है।
बीजिंग ने हाल के सालों में चारों ओर से जमीन से घिरे हिमालय राष्ट्र में भारी निवेश किया है । तेजी से बुनियादी ढांचा खड़ा कर रहा है जिसमें रेल और सड़क संपर्क शामिल है। नेपाल ने भारतीय बंदरगाहों पर निर्भरता को कम करने के लिए अपने विदेश व्यापार के लिए चीनी बंदरगाहों के इस्तेमाल के वास्ते चीन के साथ ट्रांजिट संधि की है।
फेंगघे ने कहा कि चीनी सेना द्विपक्षीय सैन्य संबंधों की विकास गति को बनाए रखने के लिए नेपाली पक्ष के साथ काम करने, सैन्य सहयोग के दीर्घकालिक नियोजन तथा दोनों देशों की सेनाओं के बीच रिश्तों को लगातार मजबूत करने, गहरा करने और बेहतर बनाने की इच्छा रखती है।
थापा ने चीन द्वारा लंबे समय दी जा रही मदद की सराहना करते हुए कहा कि नेपाली सेना विभिन्न क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग को बढ़ाना चाहती है और नेपाल चीन की दोस्ती में योगदान देना चाहती है। बुधवार को थापा ने चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के सदस्य ली जुओशेंग से पीएलए मुख्यालय में मुलाकात की थी।