संघर्ष विराम को राजी होने के कुछ ही मिनट के बाद आर्मीनिया और अजरबैजान ने एक दूसरे पर इसके उल्लंघन का आरोप लगाया

By भाषा | Published: October 11, 2020 08:31 AM2020-10-11T08:31:49+5:302020-10-11T08:38:24+5:30

संघर्ष विराम लागू होने के कुछ ही देर बात आर्मीनिया की सेना ने उसके कापान कस्बे के निकट इलाके में गोलेबारी का अजरबैजान पर आरोप लगाया, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई।

Nagorno-Karabakh war: Azerbaijan, Armenia accuse each other of violating ceasefire, heavy shelling begins | संघर्ष विराम को राजी होने के कुछ ही मिनट के बाद आर्मीनिया और अजरबैजान ने एक दूसरे पर इसके उल्लंघन का आरोप लगाया

संघर्षविराम के लागू किए जाने की घोषणा के तुरंत बाद आर्मीनिया और अजरबैजान की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए

Highlightsआर्मीनिया और अजरबैजान, रूसी हस्तक्षेप के बाद संघर्षविराम लागू करने पर सहमत हो गए संघर्ष विराम लागू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर इसके के उल्लंघन का आरोप लगाया।

मास्को: आर्मीनिया और अजरबैजान, रूसी हस्तक्षेप के बाद नागोरनो-काराबाख में शनिवार की दोपहर से संघर्षविराम लागू करने पर सहमत हो गए लेकिन संघर्ष विराम लागू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर इसके के उल्लंघन का आरोप लगाया। आजरबैजान के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि संघर्षविराम लागू ही नहीं हो पाया था।

नागोरनो-काराबाख क्षेत्र में 27 सितंबर को दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था। यह क्षेत्र अजरबैजान के तहत आता है लेकिन इस पर स्थानीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है। यह 1994 में खत्म हुए युद्ध के बाद इस इलाके में सबसे गंभीर संघर्ष है। इस संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इस घोषणा से पहले मास्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की देखरेख में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच 10 घंटे तक वार्ता हुई थी।

लावरोव ने कहा कि यह संघर्षविराम विवाद निपटाने के लिए वार्ता का मार्ग प्रशस्त करेगा। आर्मीनिया और अजरबैजान के विदेश मंत्रियों के बीच यह वार्ता रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर हुई थी। यदि यह संघर्षविराम जारी रहता है, तो यह रूस का बड़ा राजनयिक कदम साबित होगा। रूस का आर्मीनिया के साथ सुरक्षा करार है और अजरबैजान के साथ भी उसके अच्छे संबंध है। हालांकि, संघर्षविराम के लागू किए जाने की घोषणा के तुरंत बाद आर्मीनिया और अजरबैजान की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए।

संघर्ष विराम लागू होने के कुछ ही देर बात आर्मीनिया की सेना ने उसके कापान कस्बे के निकट इलाके में गोलेबारी का अजरबैजान पर आरोप लगाया, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने इन दावों को खारिज कर दिया। दूसरी ओर, अजरबैजान की सेना ने आर्मीनिया पर उसके टेर्टर और अदगाम क्षेत्रों में मिसाइलों से हमले का आरोप लगाया। आर्मीनिया के रक्षा मंत्रालय ने इसे खारिज कर दिया।

दोनों देशों के बीच शुरू हुए ताजा संघर्ष के बाद से आर्मीनिया संघर्ष विराम के लिए तैयार था, जबकि अजरबैजान ने कहा था कि यह तभी संभव होगा, जब आर्मीनिया के बल नागोरनो काराबाख से पीछे हट जाएं। नागोरनो-काराबाख सेना के अनुसार, 27 सितंबर से उसके 404 कर्मी मारे जा चुके हैं। अजरबैजान ने अपने सैन्य नुकसान की जानकारी नहीं दी है। दोनों ओर के सैकड़ों आम नागरिक भी इस दौरान मारे गए हैं। 

Web Title: Nagorno-Karabakh war: Azerbaijan, Armenia accuse each other of violating ceasefire, heavy shelling begins

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे

टॅग्स :Russiaरूस