सिंगापुर में भारतवंशी महिला की यातना से म्यांमा मूल की घरेलू सहायिका की मौत
By भाषा | Published: February 23, 2021 09:53 PM2021-02-23T21:53:37+5:302021-02-23T21:53:37+5:30
सिंगापुर, 23 फरवरी सिंगापुर में एक भारतवंशी महिला ने म्यांमा मूल की घरेलू सहायिका को यातना देने का जुर्म कबूल किया है।
अभियोजन ने कहा है कि महिला ने घरेलू सहायिका को इतनी यातना दी की उसकी मौत हो गयी और यह ऐसी घटना है जो किसी की अंतरात्मा को झकझोर देगी।
भारतवंशी महिला गायत्री मुरुगयन ने अपने यहां पांच महीने नौकरी के दौरान घरेलू सहायिका को यातना दी और वह उसे खाना भी नहीं देती थी। खाना नहीं मिलने के कारण घरेलू सहायिका का वजन मात्र 24 किलोग्राम रह गया था।
सिर में चोट लगने से घरेलू सहायिका पियांग नेह डॉन की मौत हो गयी। मृत्यु से कुछ दिन पहले तक उसे रात में ग्रिल से बांधकर रखा जाता था और भोजन मांगने पर उससे मारपीट की जाती थी।
मामले में गायत्री ने 28 आरोपों पर अपना गुनाह कबूल लिया है। दोषी पाए जाने पर उसे उम्रकैद की सजा हो सकती है। सजा सुनाते समय 87 और आरोपों पर सुनवाई होगी।
अभियोजन ने कहा कि महिला काम करने के लिए मई 2015 में सिंगापुर आयी थी और गायत्री के यहां उसकी पहली नौकरी थी। म्यांमा से आयी महिला का तीन साल का एक बेटा भी है और वह बहुत गरीबी में जीवन गुजार रही थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शव पर 31 जगह घाव के ताजा निशान और 47 अन्य जगहों पर चोट के निशान मिले थे।
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