इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल में जंजीरों से बांधकर कर रहे थे यौन उत्पीड़न, 300 से अधिक बच्चे ‘यातना गृह’ से मुक्त
By भाषा | Published: October 15, 2019 01:59 PM2019-10-15T13:59:11+5:302019-10-15T13:59:11+5:30
अमानवीय व्यवहार की वजह से कुछ छात्र रविवार को निकल भागे और विरोध किया। लगभग 60 छात्र वहीं रह गए।” बुबा ने बताया कि इस स्कूल की स्थापना 78 वर्षीय उलेमा बेलो माय अल्माजीराई ने 40 साल पहले की थी। बाद में उन्होंने स्कूल का प्रबंधन अपने बेटे को सौंप दिया।
उत्तरी नाइजीरिया में पुलिस ने छापेमारी की और एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल में बंधक बना कर यौन उत्पीड़न का सामना रहे 300 से अधिक बच्चों को मुक्त कराया।
एक महीने में छापेमारी कर 300 से अधिक बच्चों को ऐसे संस्थान से मुक्त कराने की यह दूसरी घटना है। कैटसिना राज्य के दौरा क्षेत्र में रविवार को कुछ छात्र छात्रावास से भाग कर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे थे। इसके बाद पुलिस ने स्कूल में छापा मारकर छात्रों को मुक्त कराया।
कैटसिना पुलिस प्रमुख सानुसी बुबा ने पत्रकारों को बताया कि छात्रों को बंधक बना कर उत्पीड़ित किया जाता था। इन छात्रों को जंजीरों से बांध कर रखा गया था। उन्होंने बताया, “हमें जानकारी मिली कि यहां 300 से अधिक छात्र हैं जिन्हें कई प्रकार से यातनाएं दी जा रही थी।
अमानवीय व्यवहार की वजह से कुछ छात्र रविवार को निकल भागे और विरोध किया। लगभग 60 छात्र वहीं रह गए।” बुबा ने बताया कि इस स्कूल की स्थापना 78 वर्षीय उलेमा बेलो माय अल्माजीराई ने 40 साल पहले की थी। बाद में उन्होंने स्कूल का प्रबंधन अपने बेटे को सौंप दिया।
इस स्कूल में बच्चों को उनके माता-पिता कुरान सीखने और नशामुक्ति के लिए भेजते थे। दौरा राजधानी से 70 किमी दूर और नाइजर की सीमा के पास स्थित है। बुबा के बताया कि छात्रों को अमानवीय ढंग से रखा जाता था। कुछ छात्रों ने खुलासा किया कि उनके शिक्षक उनका यौन उत्पीड़न भी करते थे।
पुलिस ने छात्रों को उनके घर पहुंचाने का आश्वासन दिया है। पिछले महीने पुलिस ने एक ऐसे ही स्कूल से, इसी तरह के उत्पीड़न का सामना कर रहे 300 से अधिक छात्रों को मुक्त कराया था। उत्तरी नाइजीरिया में नशीली दवाओं के उपयोग और पुनर्वास सुविधाओं की कमी के कारण माता-पिता अपने बच्चों को अनौपचारिक सुधारवादी इस्लामी स्कूलों में भेजते हैं। छात्रों को अक्सर ऐसे स्कूलों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।