मैन बुकर अवॉर्ड 2018: 'मिल्कमैन' के लिए लेखिका एना बर्न्स को मिला मैन बुकर अवॉर्ड
By मेघना वर्मा | Published: October 17, 2018 09:21 AM2018-10-17T09:21:57+5:302018-10-17T09:37:00+5:30
Man Booker 2018: एना की इस किताब में क्रूरता को खामोशी और दर्द के साथ पेश किया है।
किताबों की दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड, मैन बुकर अवॉर्ड 2018 इस बार आयरलैंड की लेखिका एना बर्न्स का दिया गया है। एना कि किताब मिल्कमैन के लिए उन्हें इस खिताब से नवाजा गया है। ये किताब एक महिला की ऐसी कहानी है जो ताकतवर शख्स के हाथों शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से प्रताड़ित होती है।
किताब को पुरस्कार देने वाले पैनल ने बताया कि बर्न्स की किताब मिल्कमैन इतनी खूबसूरती से लिखी गई है कि आप उस युवती के दर्द को बखूबी एहसास कर पाएंगे। यही कारण है कि इस किताब को जजों की पैनल ने सबसे ज्यादा वोट दिए और एना को मैन बुकर अवॉर्ड से नवाजा गया।
We are delighted to announce our #ManBooker2018 winner is Milkman by Anna Burns https://t.co/ReKPbcWoM6#FinestFictionpic.twitter.com/tW8vmF7nVj
— Man Booker Prize (@ManBookerPrize) October 16, 2018
मिल्कमैन किताब की प्रशंसा करते हुए जज एपियाह ने बताया कि एना की इस किताब में क्रूरता को खामोशी और दर्द के साथ पेश किया है। खुद एना अपनी किताब को लेकर कहा कि यह किताब केवल नामों को ही नहीं बताती बल्कि ताकत और समाज से निकलकर एक अलग दुनिया से रूबरू करवाती है।
Anna Burns is the winner of this year's Man Booker Prize for her novel 'Milkman' - becoming the first author from Northern Ireland to win the prize #ManBooker2018@ManBookerPrizehttps://t.co/9SVvlGAHWkpic.twitter.com/gvqClefjCC
— NZ Book Council (@nzbookcouncil) October 16, 2018
आपको बता दें कि एना का जन्म बेलफास्ट में हुआ था। इससे पहले भी वो दो किताबें नो बोंस और लिटिल कंसट्रक्शंस लिख चुकी हैं। साथ ही साल 2011 में वह विनिफ्रेड अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं। बुकर अवॉर्ड जीतने पर बर्न्स को 50 हजार पॉन्ड नगद राशि भी मिली है।