Lebanon pager attack: पेजर्स में आपूर्ति से पहले ही डाला गया था विस्फोटक, जिन पेजर में विस्फोट हुए उन्हें हंगरी की एक कंपनी ने बनाया था
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 18, 2024 08:04 PM2024-09-18T20:04:42+5:302024-09-18T20:05:56+5:30
Lebanon pager attack: इस घटना में हर ओर खून के छींटे नजर आ रहे थे और आस-पास मौजूद लोग दहशत में थे। ऐसा प्रतीत होता है कि हमले में घायल अधिकतर हिज्बुल्ला के सदस्य या उससे जुड़े लोग थे, लेकिन तत्काल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या किसी गैर हिज्बुल्ला सदस्य के पास भी ये विस्फोटक पेजर थे।
Lebanon pager attack: हिज्बुल्ला के संचार नेटवर्क को निशाना बनाने के इरादे से संभवत: इजराइल द्वारा किए गए हमले के तहत लेबनान और सीरिया में जिन पेजर में विस्फोट हुए, उन्हें हंगरी की एक कंपनी ने बनाया था। ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो ने बुधवार को यह जानकारी दी। गोल्ड अपोलो ने कहा कि बुडापेस्ट की एक अन्य कंपनी ने इन पेजर का निर्माण किया है, जिसे उसने पेजर पर अपने अधिकृत ब्रांड के इस्तेमाल का अधिकार दिया था।
उधर, विशेषज्ञों का मानना है कि इन पेजर में आपूर्ति से पहले ही विस्फोटक सामग्री डाली गई थी। आतंकवादी संगठन हिज्बुल्ला द्वारा इस्तेमाल पेजर में मंगलवार को लेबनान और सीरिया में एक साथ विस्फोट हुए। इस घटना में दो बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और करीब 3,000 लोग घायल हो गए। हिज्बुल्ला और लेबनान की सरकार ने इस हमले के लिए इजराइल पर आरोप लगाया है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक रिमोट हमला था।
एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि इजराइल ने मंगलवार को हमले के बाद अमेरिका को जानकारी दी थी। पेजर में कम मात्रा में विस्फोटक छिपाकर रखा गया था और फिर उसमें विस्फोट किया गया था। पिछले साल आठ अक्टूबर को इजराइल पर फलस्तीनी गुट हमास के हमले के बाद से हिज्बुल्ला और इजराइली सेना के बीच लगभग रोजाना गोलीबारी हो रही है। अबतक इन गोलीबारी और हमलों में लेबनान में सैकड़ों लोग मारे गए हैं, जबकि इजराइल में भी दर्जनों लोगों की जान गई है। इस संघर्ष में सीमा के दोनों ओर हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
हिज्बुल्ला ने मंगलवार को किए गए हमले के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है। इस हमले ने साथ ही इस आशंका को फिर से जन्म दे दिया कि दोनों दुश्मनों के बीच नए सिरे से वृहद पैमाने पर युद्ध हो सकती है। समय-समय पर तनाव बढ़ने के बावजूद, दोनों पक्षों ने अब तक सावधानी से युद्ध को टाला है, लेकिन इजराइली नेताओं ने हाल के हफ्तों में कई चेतावनियां जारी की हैं कि वे लेबनान में हिज्बुल्ला के खिलाफ अभियान तेज कर सकते हैं। ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, एआर-924 पेजर का निर्माण बीएसी कंसल्टिंग केएफटी ने किया था, जो हंगरी की राजधानी में स्थित है।
बयान में कहा गया है, ‘‘सहयोग समझौते के अनुसार हमने बीएसी को निर्दिष्ट क्षेत्रों (लेबनान और सीरिया) में उत्पाद की बिक्री के लिए हमारे ब्रांड के ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने का अधिकार दिया था, लेकिन उत्पाद के निर्माण के लिए सिर्फ बीएसी जिम्मेदार है।’’ गोल्ड अपोलो के अध्यक्ष सु चिंग-कुआंग ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि उनकी कंपनी का पिछले तीन साल से बीएसी के साथ लाइसेंस समझौता है। कंपनी के रिकॉर्ड के अनुसार, बीएसी कंसल्टिंग केएफटी को मई 2022 में पंजीकृत किया गया था। रिकॉर्ड से पता चलता है कि इसकी स्थायी पूंजी 7,840 यूरो है, और 2022 में इसका राजस्व 7,25,768 अमेरिकी डॉलर और 2023 में 5,93,972 अमेरिकी डॉलर था। बुडापेस्ट के एक आवासीय इलाके के नजदीक स्थित एक इमारत में कंपनी का मुख्यालय है।
एसोसिएटेड प्रेस (एपी)के पत्रकारों ने इमारत पर बीएसी कंसल्टिंग सहित कई कंपनियों के बोर्ड लगे देखे। इमारत से निकली एक महिला ने एपी के संवाददाताओं को अपना नाम बताने से इनकार कर दिया और कहा कि इमारत में विभिन्न कंपनियों का मुख्यालय है। बीएसी क्रिस्टियाना रोसारिया बार्सोनी-आर्किडियाकोनो के साथ पंजीकृत है, जो अपने लिंक्डइन पृष्ठ पर खुद को एक रणनीतिक सलाहकार और व्यवसाय डेवलपर के रूप में वर्णित करती है। एपी ने लिंक्डइन के जरिये उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। मंगलवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे लोग जब दुकानों पर खरीदारी कर रहे थे, कैफे के अंदर बैठे थे या फिर कारों और मोटरसाइकिल से वहां से जा रहे थे, तभी उनके हाथ में या पॉकेट में रखे पेजर गर्म होने लगे और उनमें विस्फोट हो गया।
इस घटना में हर ओर खून के छींटे नजर आ रहे थे और आस-पास मौजूद लोग दहशत में थे। ऐसा प्रतीत होता है कि हमले में घायल अधिकतर हिज्बुल्ला के सदस्य या उससे जुड़े लोग थे, लेकिन तत्काल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या किसी गैर हिज्बुल्ला सदस्य के पास भी ये विस्फोटक पेजर थे। लेबनान के सुरक्षा अधिकारियों और हिज्बुल्ला के अधिकारी के अनुसार विस्फोट मुख्यत: उन इलाकों विशेषकर बेरूत उपनगर और पूर्वी लेबनान के बेका क्षेत्र के साथ दमिश्क में हुए, जहां संगठन की मजबूत उपस्थिति मानी जाती है। हिज्बुल्ला अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर यह जानकारी दी। हिज्बुल्ला ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। उसने बुधवार की सुबह एक बयान में कहा कि वह पहले की तरह इजराइल के खिलाफ अपने सामान्य हमले जारी रखेगा, जिन्हें वह अपने सहयोगी हमास और गाजा में फलस्तीनियों के समर्थन में किया गया हमला बताता है। बुधवार सुबह अस्पतालों का दौरा करने के दौरान लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि कई घायलों की आंखों में गंभीर चोट आई है और कई अन्य के अंग काटने पड़े। पत्रकारों को अस्पताल के कमरों में घुसने या मरीजों को फिल्माने की अनुमति नहीं थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घायलों को क्षेत्र के सभी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, ताकि किसी एक अस्पताल पर बोझ नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि तुर्किये, इराक, ईरान, सीरिया और मिस्र ने मरीजों के इलाज में मदद की पेशकश की है। अबियाद ने बताया कि इससे पहले बुधवार को 15 टन दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के साथ एक इराकी सैन्य विमान बेरूत में उतरा था। कंपनी के मुताबिक, पेजर में लगी बैटरी 85 दिन तक चल सकती है। यह लेबनान में महत्वपूर्ण है, क्योंकि सालों से जारी आर्थिक संकट की वजह से बिजली कटौती आम हो गई है। पेजर मोबाइल फोन की तुलना में एक अलग वायरलेस नेटवर्क पर भी चलते हैं, जो उन्हें आपात स्थिति में अधिक लचीला बनाता है -यही कारण है कि दुनिया भर में कई अस्पताल अभी भी उन पर भरोसा करते हैं। हिज्बुल्ला के लिए पेजर लेबनान में मोबाइल फोन नेटवर्क की इजराइली निगरानी से बचने का भी साधन है।
(इनपुट-भाषा)