मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान के लाहौर से गिरफ्तार
By रामदीप मिश्रा | Published: July 17, 2019 12:56 PM2019-07-17T12:56:40+5:302019-07-17T13:07:30+5:30
जेयूडी प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान के लाहौर से गिरफ्तार किया गया है। हाफिज 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड है।
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद को बुधवार (17 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें, अभी 15 जुलाई को हाफिज सईद और उसके तीन सहयोगियों को पाकिस्तान में आतंक रोधी एक अदालत ने, अपने मदरसे के लिए जमीन के अवैध इस्तेमाल से जुड़े मामले में तीन अगस्त तक अग्रिम जमानत दे दी थी।
मिली जानकारी के अनुसार, जेयूडी प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान के लाहौर से गिरफ्तार किया गया है। उसे गुजरांवाला जाते वक्त गिरफ्तार किया। हाफिज 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड है।
Jamatud Dawa's Hafiz Saeed arrested and sent to judicial custody: Pakistan media (file pic) pic.twitter.com/1Txu9BlvoK
— ANI (@ANI) July 17, 2019
पिछले कई दिनों से हाफिज सईद को गिरफ्तार करने की खबरें सामने आ रही थीं। उसके खिलाफ आतंकवाद को धन मुहैया करने और धन शोधन (मनी लाउंड्रिंग) के मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों ने कई मामले दर्ज किए थे। पंजाब (पाकिस्तान) पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने हाफिज सईद समेत जेयूडी के 13 नेताओं के खिलाफ 23 प्राथमिकियां दर्ज की थी।
पंजाब प्रांत के विभिन्न शहरों में आतंकवाद को धन मुहैया करने के आरोप में ये प्राथमीकियां दर्ज की गई थी। पुलिस की ओर से कहा गया था कि सीटीडी ने जमात उद दावा के (13) नेताओं और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया। चूंकि एफआईआर दर्ज हो गई थी, इसलिए संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस का कहना था कि इससे पहले भी पुलिस ने आतंकवाद को धन मुहैया करने के आरोप में कई प्रतिबंधित संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें आतंकवाद रोधी अदालतों द्वारा जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि जेयूडी लश्कर ए तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है, जो 2008 के मुंबई हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। अमेरिका ने लश्कर को जून 2014 में विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था। अमेरिका ने सईद को 2012 से वैश्विक आतंकवादी घोषित कर रखा है और उसे अदालत के कठघरे तक पहुंचाने में सहायक सूचना देने वाले के लिए एक करोड़ डॉलर के इनाम की भी घोषणा कर रखी है।