जानें किस देश में प्रेग्नेंट महिलाओं को लगाई जा रही है कोरोना वैक्सीन, क्या है इसकी वजह
By अनुराग आनंद | Published: January 23, 2021 03:33 PM2021-01-23T15:33:45+5:302021-01-23T15:41:06+5:30
भारत समेत विश्व के ज्यादातर देशों ने कोरोना वायरस वैक्सीन के गर्भवती महिलाओं को लगाए जाने पर फिलहाल रोक लगाया है। लेकिन, एक देश ऐसा भी है जहां प्रेग्नेंट महिलाओं के कोरोना वायरस वैक्सीन लगाया जा रहा है। जानें वह कौन सा देश है और वहां की सरकार ने इसके पीछे क्या तर्क दिया है...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। भारत समेत ज्यादातर देशों ने गर्भवती (प्रेग्नेंट) महिलाओं को कोरोना वैक्सीन देने पर फिलहाल रोक लगाया है। लेकिन, इस बीच खबर है कि एक देश ऐसा भी है, जहां कोरोना वायरस वैक्सीन गर्भवती महिलाओं को भी लगाया जा रहा है।
द वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने के लिए कहने वाला देश कोई और नहीं बल्कि इजरायल है। यहां की सरकार ने कहा कि प्रेग्नेंट महिलाओं को भी फाइजर कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसे आदेश के पीछे इजरायल ने एक वजह भी बताई है, आइए जानते हैं कि इजरायल ने इसके पीछे क्या तर्क दिया है।
बता दें कि इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की प्रायरिटी लिस्ट में प्रेग्नेंट महिलाओं को भी शामिल किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके साथ ही कहा कि प्रेग्नेंसी के दौरान वैक्सीन लगवाने से नुकसान होने का कोई सबूत नहीं मिला है।
इस समय यदि देखा जाए तो 90 लाख की आबादी वाला इजरायल अपनी आबादी के टीकाकरण में अमेरिका-ब्रिटेन से भी आगे निकल गया है। यह हर रोज हजारों लोगों को टीका लगाया जा रहा है। यहां के लोग स्वेच्छा से टीकाकरण कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं।
इजरायल की सरकार का मानना है कि गर्भवती महिलाओं के बीमार होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के ख्याल से सरकार ने उन्हें भी वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है। वहीं, यदि ब्रिटेन की बात की जाए तो यहां प्रेग्नेंट महिलाओं को कोरोना वायरस वैक्सीन नहीं लगाने के लिए कहा गया है। साथ ही ब्रिटेन सरकार ने यह भी कहा है कि यदि कोई प्रेग्नेंट महिला अधिक खतरे में हो तो उसे वैक्सीन दिया जा सकता है।
अब आपको बता दें कि अधिकांश देशों ने वैक्सीन प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को नहीं देने का फरमान इसलिए जारी किया है क्योंकि इन वैक्सीन के ट्रायल के दौरान गर्भवती महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था।