इजरायल ने साइबर अटैक कर ईरान के परमाणु ठिकाने में कराया विस्फोट!, फाइटर जेट ने गिराए मिसाइल बेस पर बम
By अनुराग आनंद | Published: July 4, 2020 02:59 PM2020-07-04T14:59:13+5:302020-07-04T14:59:13+5:30
इजरायल ने एक साथ साइबर व जेट के माध्यम से ईरान के परमाणु संवर्धन केंद्र व मिसाइल बेस पर हमला किया है।
नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ईरान पर एक बार फिर से इजरायल ने जोरदार हमला किया है। इस बार इजरायल ने साइबर अटैक कर ईरान के परमाणु केंद्र में जोरदार विस्फोट करा दिए। इससे ईरान को काफी गहरा धक्का पहुंचा है। ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों के कई महीनों के प्रयास पर इजरायल के साइबर हैकरों ने पानी फेर दिया है।
डेली मेल की मानें तो इजरायल ने ईरान पर साइबर अटैक करने के साथ ही अपने फाइटर जेट से भी हमला किया है। रिपोर्ट की मानें तो इजरायल के लड़ाकू विमानों ने सीधे ईरान के मिसाइल बेस पर धावा बोला है। F-35 जेट के माध्यम से इजरायल ने अपने इस मिशन को अंजाम दिया है।
ईरान के परमाणु निर्माण केंद्र में हुआ दो दमदार धमाका-
ईरान के परमाणु निर्माण केंद्र में एक नहीं बल्कि कुछ देर के अंतराल पर दो ताकतवर धमाके हुए हैं। इसमें ईरान के भारी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट की मानें तो ईरान के वैज्ञानिकों को एक बार फिर से नए सिरे से इस मिशन के काम में लगना होगा।
सबसे बड़ी और अहम बात यह है कि इजरायल के एक्सपर्ट ने साइबर अटैक कर ईरान के सर्वाधिक गुप्त मिशन के तहत काम किए जा रहे परमाणु संवर्धन केंद्र को आसानी से अपना निशाना बना लिया है।
इजरायल का मानना है कि ईरान हथियार देकर आतंकी संगठन हिज्बुल्ला को मजबूत कर रहा है-
खबर की मानें को इजरायल ने इन दोनों ही हमले की पुष्टि अब तक नहीं की है। लेकिन, इजरायल का आरोप है कि ईरान हथियार और मिसाइलें लगातार उन्नत बनाकर इसे यहूदियों के विरोधी हिज्बुल्ला को सप्लाइ कर रहा है।
यही वजह है कि ईरान के खिलाफ समय-समय पर इजरायल कड़ा फैसला लेता रहा है। खबर की मानें तो इन्हीं सब वजहों से इस बार भी इजरायल के जेट ने ईरान के मिसाइल बेस पर हमला किया है।
इससे पहले ईरान ने इजरायल के पानी सप्लाई सिस्टम पर किया था साइबर अटैक-
खबरों की मानें तो कुछ समय पहले ईरान ने इजरायल के पानी सप्लाई सिस्टम को हैक करने का प्रयास किया था। लेकिन, इस बात की भनक लगते ही इजरायल के वैज्ञानिकों ने ईरान के इस इरादे पर पानी फेर दिया था।
यदि एक बार ईरान किसी तरह से इजरायल के पानी सप्लाई सिस्टम को हैक करने में सफल हो जाता तो वह पूरे इजरायल की पानी में रसायन (केमिकल) की मात्रा बढ़ाकर देश में पानी की संकट पैदा कर सकता था।