Israel–Hamas war: इजरायली सेना ने छह बंधकों के शव बरामद किए, 7 अक्टूबर से ही थे हमास के कब्जे में
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 20, 2024 04:30 PM2024-08-20T16:30:00+5:302024-08-20T16:31:28+5:30
Israel–Hamas war: गाजा में जारी जंग के बीच इज़रायल ने मंगलवार को युद्धग्रस्त क्षेत्र से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। द जेरूसलम पोस्ट ने ये जानकारी दी है। इन सारे लोगों को 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास के लड़ाके बंधक बना कर ले गए थे।
Israel–Hamas war: गाजा में जारी जंग के बीच इज़रायल ने मंगलवार को युद्धग्रस्त क्षेत्र से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। द जेरूसलम पोस्ट ने ये जानकारी दी है। इन सारे लोगों को 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास के लड़ाके बंधक बना कर ले गए थे। बंधकों की पहचान नादव पॉपलवेल, यागेव बुचश्ताब, योराम मेट्ज़गर, हैम पेरी और अब्राहम मुंदर के रूप में की गई है। एक शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
इज़राइली मीडिया के अनुसार, बंधकों नादव पॉपलवेल और यागेव बुचश्ताब के शव गाजा से बरामद किए गए। हैम पेरी और योराम मेट्ज़गर के शव भी गाजा से बरामद किए गए। 7 अक्टूबर को किबुत्ज़ निरिम से अपहृत पॉपलवेल की मृत्यु की घोषणा जून में इज़रायली रक्षा बलों (आईडीएफ) द्वारा की गई थी। उन्हें उनकी माँ, चन्ना पेरी के साथ बंधक बनाया गया था, जिन्हें नवंबर में बंधक विनिमय के दौरान 49 दिनों की कैद के बाद रिहा किया गया था। पॉपलवेल के भाई, रोई की 7 अक्टूबर को शुरुआती हमले के दौरान हत्या कर दी गई थी।
दूसरे बंधक यागेव बुचशताब 35 साल के थे। 7 अक्टूबर को किबुत्ज़ निरिम से पकड़े गए बुचशताब को उनकी पत्नी रिमोन किर्शत बुचशताब के साथ अगवा कर लिया गया था। पत्नी को 28 नवंबर को बंधक समझौते के तहत रिहा कर दिया गया था। आईडीएफ ने जुलाई में हमास की कैद में बुचशताब की मृत्यु की पुष्टि की।
जिन लोगों के शव बरामद हुए हैं उनमें शांति कार्यकर्ता 79 साल के हैम पेरी भी थे। एक आर्ट गैलरी के संस्थापक पेरी को 7 अक्टूबर को किबुत्ज़ नीर ओज़ से अगवा कर लिया गया था। आईडीएफ ने जून में उनकी मृत्यु की घोषणा की हमले के दौरान अपनी पत्नी अस्नात को बचाने के बावजूद हैम पेरी को पकड़ लिया गया था।
हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा की थी जो अब तक जारी है। इस जंग में आधे से ज्यादा गाजा शहर पूरी तरह तबाह हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार लगभग 40 हजार लोग अब तक मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।