अमेरिका ने ब्लैकलिस्ट किया तो इजरायल की सरकार ने एनएसओ ग्रुप से बनाई दूरी
By विशाल कुमार | Published: November 7, 2021 11:42 AM2021-11-07T11:42:21+5:302021-11-07T11:44:24+5:30
इजरायल के विदेश मंत्री येर लैपिड ने कहा कि एनएसओ एक निजी कंपनी है. यह कोई सरकारी प्रोजेक्ट नहीं है और इसलिए इसे ब्लैकलिस्ट किया गया है तो इसका इजरायली सरकार की नीतियों से कोई संबंध नहीं है.
येरुसलम: फोन हैकिंग स्पायवेयर पेगासस के दुरुपयोग के आरोपों पर अमेरिका द्वारा एनएसओ ग्रुप को ब्लैकलिस्ट किए जाने के बाद शनिवार को इजरायल के विदेश मंत्री येर लैपिड ने सरकार को का बचाव किया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, लैपिड ने कहा कि एनएसओ एक निजी कंपनी है. यह कोई सरकारी प्रोजेक्ट नहीं है और इसलिए इसे ब्लैकलिस्ट किया गया है तो इसका इजरायली सरकार की नीतियों से कोई संबंध नहीं है.
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कोई दूसरा देश है जिसके पास साइबर युद्ध को लेकर इतने सख्त नियम हैं और न ही वे उन नियमों को इजरायल से ज्यादा थोप रहे हैं और हम ऐसा करना जारी रखेंगे.
बुधवार को एनएसओ ग्रुप को अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा ब्लैकलिस्ट किए जाने के बाद पहली बार किसी वरिष्ठ इजरायली मंत्री ने सार्वजनिक टिप्पणी की है.
जुलाई में प्रकाशित 17 मीडिया संगठनों की एक जांच में कहा गया है कि एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर ने कई देशों में पत्रकारों, अधिकार कार्यकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों के स्मार्टफोन को निशाना बनाया था.
कंपनी अपने उत्पादों को इजराइल के रक्षा मंत्रालय से लाइसेंस के तहत विदेशों में भेजती है, जिसने कथित सॉफ़्टवेयर दुरुपयोग के आरोप सामने आने के बाद कंपनी की अपनी जांच शुरू की है.
अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है और इजरायल ने ऐसा कोई संकेत भी नहीं दिया है कि एनएसओ के निर्यात को सीमित करने पर विचार कर रहा है.