Iran Vs USA: सुलेमानी की मौत से लेकर ईरान के अमेरिकी बेस पर हमले तक, आखिर क्या है विवाद, पढ़ें 10 बड़ी बातें
By विनीत कुमार | Published: January 8, 2020 08:48 AM2020-01-08T08:48:57+5:302020-01-08T08:48:57+5:30
Iran Vs USA: ईरान के अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई ने खाड़ी क्षेत्र में तनाव को अब काफी बढ़ा दिया है। आखिर हाल में अमेरिका और ईरान के बीच ऐसा क्या हुआ जिससे आई ऐसी नौबत, पढ़े 10 बातें..
अमेरिकी और ईरान के बीच पिछले कुछ दिनों से जारी तनाव ने बुधवार को एक नया मोड़ ले लिया। ईरान ने पिछले हफ्ते अपने टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद पहली बार जवाबी कार्रवाई की है। ईरान ने इराक स्थित अमेरिका के दो एयरबेस पर मिसाइल हमले किये हैं।
ईरान के इस कदम ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव को काफी बढ़ा दिया है और युद्ध के हालात नजर आने लगे है। आखिर इसकी शुरुआत कैसे हुई और क्या है पूरा विवाद, जानिए अमेरिका और ईरान के बीच हाल में जारी तनाव से जुड़ी 10 बड़ी बातें..
1. अमेरिका और ईरान के बीच पिछले करीब 40 सालों से तनाव बना हुआ है। इसमें समय के साथ-साथ कई मोड़ आए। बराक ओबामा के अमेरिका में दूसरे कार्यकाल के दौरान दोनों देशों में स्थिति कुछ सुधरती नजर आई।
2. इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों में एक बार फिर तनाव बढ़ने लगा। ट्रंप ने ईरान के साथ न्यूक्लियर डील से हाथ पीछे खींच लिया और यही से दोनों देशों के बीच तनाव की शुरुआत एक बार फिर हुई।
3. दोनों देशों के बीच लगातार पिछले कुछ महीनों से बयानबाजी चल रही थी। इस तनाव के बीच अमेरिकी ने इसी 3 जनवरी को बताया कि उसने एक ड्रोन हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के शक्तिशाली कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया है।
5. जनरल सुलेमानी ईरान के अल-कुद्स बल के प्रमुख और इसके क्षेत्रीय सुरक्षा उपकरण समूहों की शुरुआत करने वाला शख्स था।
6. अमेरिका ने सुलेमानी को इराक में उस समय ड्रोन हमले में मार गिराया जब वह बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से रवाना हुआ। हमले में ईरान के शक्तिशाली हशद अल-शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख और कुछ अन्य ईरान समर्थित स्थानीय मिलिशिया भी मारे गए।
7. जनरल सुलेमानी (62) को अयातुल्ला खामेनी के बाद ईरान में सबसे ताकतवर माना जाता था। उनका कुद्स फोर्स ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की एक इकाई था जो सीधे-सीधे अयातुल्ला को रिपोर्ट करता है और उन्हें देश के नायक के तौर पर सराहा जाता है।
8. पेंटागन ने सुलेमानी को मारने के बाद कहा कि इस कदम को राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर अंजाम दिया। सुलेमानी की मौत के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी झंडे की तस्वीर ट्वीट करने के अलावा तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।
9. अमेरिका ने सुलेमानी को मारने के कदम को सही ठहराते हुए कहा कि सुलेमानी ने 27 दिसंबर के हमले समेत बीते कुछ महीनों में इराक में गठबंधन के सैन्य अड्डों पर हमले की साजिश रची थी। इस वजह से अमेरिकी एवं इराकी सैनिकों की मौत हुई और कई घायल भी हुए। अमेरिका के अनुसार जनरल सुलेमानी ने पिछले सप्ताह बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले की भी साजिश भी रची थी।
10. ईरान के हमले के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया कि सब कुछ ठीक है। ट्रंप ने कहा कि अभी नुकसान का जायजा लिया जा रहा है लेकिन अभी तक सब ठीक है और वे इस पर कल बयान जारी करेंगे