ईरान का दावा- अमेरिकी ड्रोन उसके हवाई क्षेत्र में घुसा, सैनिकों ने मार गिराया
By भाषा | Published: June 21, 2019 11:36 AM2019-06-21T11:36:55+5:302019-06-21T11:36:55+5:30
'ड्रोन को कोह-ए-मुबारक के पास चार बजकर पांच मिनट पर निर्देशांक (25 डिग्री 59'43" उत्तर 57 डिग्री 02'25 पूर्व) में ड्रोन को निशाना बनाया गया। हमने अमेरिकी सैन्य ड्रोन को अपने समुद्री क्षेत्र से बरामद भी कर लिया है, जहां उसे गिराया गया था।'
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि ‘‘ईरानी हवाईक्षेत्र का उल्लंघन’’ करने पर अमेरिकी सैन्य निगरानी ड्रोन को गिराया गया। अपने दावों की पुष्टि की लिए उन्होंने निर्देशांक (अक्षांश और देशांतर की जानकारी) भी पेश किए। उन्होंने कहा कि ड्रोन को ‘‘ कोह-ए-मुबारक के पास चार बजकर पांच मिनट पर निर्देशांक (25 डिग्री 59'43" उत्तर 57 डिग्री 02'25 पूर्व) में ड्रोन को निशाना बनाया गया। हमने अमेरिकी सैन्य ड्रोन को अपने समुद्री क्षेत्र से बरामद भी कर लिया है, जहां उसे गिराया गया था।’’
जरीफ ने पहले ट्वीट किया था कि हम यह साबित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र जाएंगे कि ड्रोन हमारे हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ और ‘‘अमेरिका झूठ बोल रहा है।’’ इससे पहले पेंटागन ने ईरान के अमेरिकी सैन्य निगरानी ड्रोन को मार गिराने की पुष्टि करते हुए इस बात पर जोर दिया था कि वह अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में था। अमेरिका के ओमान की खाड़ी में टैंकरों पर हुए हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव जारी है।
ओमान की खाड़ी में तेल टैंकरों पर हमले से बढ़ा तनाव
इन दिनों अमेरिका और ईरान दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है और युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। हालांकि युद्ध से दोनों ही देश इनकार कर रहे हैं। अमेरिका और ईरान के बीच उस समय तनाव ज्यादा बढ़ गया है जब ओमान की खाड़ी में हाल ही तेल टैंकरों पर संदिग्ध हमले हुए। वाशिंगटन ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और ईरान ने किसी तरह की संलिप्तता से इंकार किया है। इस घटना को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा। अमेरिकी नौसेना का कहना है कि होर्मुज जलडमरूमध्य के पास एक जापानी तेल टैंकर पर हमले के लिए जिस लिम्पेट माइन (विस्फोटक) का इस्तेमाल हुआ, वह ईरान के विस्फोटकों से मिलता-जुलता है। ईरान अमेरिका के आरोपों को सिरे से खारिज कर रहा है कह रहा है कि वाशिंगटन ने जो साक्ष्य पेश किए हैं वह 'अप्रमाणित' हैं।