ईरान ने 60 प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम संवर्धन शुरू किया
By भाषा | Published: April 16, 2021 06:46 PM2021-04-16T18:46:00+5:302021-04-16T18:46:00+5:30
दुबई, 16 अप्रैल (एपी) नतान्ज परमाणु स्थल को निशाना बनाकर हमला किये जाने के बाद ईरान ने शुक्रवार को 60 प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम संवर्धन शुरू कर दिया जो परमाणु हथियार के लिए जरूरी संवर्धन सीमा के करीब है और यह वियना में विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौते को बहाल करने की दिशा में दबाव डालने के उद्देश्य से किया गया है।
एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एक घंटे में महज कुछ ग्राम यूरेनियम गैस को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित किया जाएगा। यह उस स्तर का तीन गुना है जो तेहरान पहले संवर्धित करता था, हालांकि, संवर्धन की दर उसकी क्षमता से कहीं ज्यादा धीमी है।
अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों ने पहले ही कहा है कि ईरान ने नतान्ज परमाणु केंद्र में जमीन के ऊपर ऐसा करने की योजना बनाई थी, न की जमीन के नीचे हॉल में जो हवाई हमलों का सामना करने के लिये मजबूत हैं।
इस कदम से हालांकि तनाव बढ़ने की ही आशंका है। वह भी ऐसे समय में जब वियना में ईरान विश्व शक्तियों के साथ बातचीत कर रहा है कि कैसे अमेरिका को फिर से समझौते में लाया जा सके और इस्लामिक गणराज्य को कड़े आर्थिक प्रतिबंधों में छूट मिल सके। हालांकि, इसका दायरा ईरान को तनाव को जल्द कम करने का रास्ता भी उपलब्ध कराता है, अगर वह उसे चुनता है तो।
बीते हफ्ते ईरानी परमाणु प्रतिष्ठान पर हुए हमले में सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहुंचने के बाद इस घोषणा का महत्व और बढ़ जाता है। हमले का संदेह इजराइल पर है। इजराइल ने अब तक हमले का दावा नहीं किया है लेकिन पश्चिम एशिया के दो प्रतिदंवद्वियों के बीच काफी समय से चल रहा छद्म युद्ध इस दावे की राह में आता है।
ईरान की संसद के स्पीकर मोहम्मद बगेर कलीबफ ने एक ट्विटर पोस्ट में इस कदम की पुष्टि की थी, जिसे बाद में ईरानी सरकारी टेलीविजन पर भी उद्धृत किया गया।
कलीबफ ने कहा, “युवा और ईश्वर में आस्था रखने वाले ईरानी वैज्ञानिकों ने 60 प्रतिशत संवर्धित यूरेनियम उत्पाद हासिल कर लिया है।”
उन्होंने कहा, “मैं बहादुर इस्लामी राष्ट्र ईरान को इस सफलता पर बधाई देता हूं। ईरानियों की राष्ट्रीय इच्छाशक्ति चमत्कारिक है और वह किसी भी साजिश को नाकाम कर सकती है।”
सरकारी टीवी के मुताबिक ईरान की असैन्य परमाणु शाखा परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख ने बाद में इस कदम की पुष्टि की। अली अकबर सालेही ने कहा कि सेंट्रीफ्यूज अब नौ ग्राम प्रतिघंटे उत्पादन कर रहे हैं लेकिन आने वाले दिनों में इसे घटाकर पांच ग्राम प्रतिघंटे किया जाएगा।
सालेही ने कहा, “अब, कोई भी संवर्धन (स्तर) संभव है, अगर हम उसे निर्धारित करें तो।”
सरकारी टीवी ने बाद में इस फैसले को “आतंकवादी उग्रता के खिलाफ शक्ति का प्रदर्शन” करार दिया।
यह भी स्पष्ट नहीं है कि अर्धसैनिक बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व नेता रहे कट्टरपंथी कलीबफ की तरफ से यह घोषणा क्यों की गई। ईरान में आगामी जून में होने वाले चुनावों में संभावित राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर उनका भी नाम है।
ईरान द्वारा अब तक 60 प्रतिशत शुद्धता पर यूरेनियम संवर्धन नहीं किया गया था। हालांकि, यह अब भी हथियारों के लिये लिये जरूरी 90 प्रतिशत के स्तर से कम है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने इस पर तत्काल टिप्पणी नहीं की है। इस हफ्ते के शुरू में उसने नतान्ज में निरीक्षकों को भेजा था और पुष्टि की थी कि ईरान प्रतिष्ठान पर जमीन के ऊपर स्थित एक केंद्र में 60 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
ज्यादा संवर्धन इजराइल की तरफ से कथित प्रतिक्रिया की वजह हो सकती है। दोनों देशों में लंबे समय से छद्म युद्ध जारी है।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तेहरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देने का संकल्प जताया था और उनके देश ने दो बार इस पश्चिम एशियाई देश के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिये बमबारी की थी।
साइप्रस के दौरे पर गए इजराइल के विदेश मंत्री गबी अश्केनाजी ने मेजबान देश के अपने समकक्ष से मुलाकात के बाद एक ट्वीट में कहा, “हमने इजराइल और साइप्रस के बीच क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की और सबसे महत्वपूर्ण पश्चिम एशिया में ईरान की आक्रामक गतिविधियों को रोकने के महत्व पर चर्चा की, जो क्षेत्रीय स्थिरता की अनदेखी करता है और पूरी दुनिया के लिये खतरा बना हुआ है।”
ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को शांतिपूर्ण बताता रहा है।
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