ईरान ने क्यों जारी किया डोनाल्ड ट्रंप की गिरफ्तारी का वारंट?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 30, 2020 01:45 PM2020-06-30T13:45:43+5:302020-06-30T13:45:43+5:30
इंटरपोल ने बाद में कहा कि वह ईरान के अनुरोध पर विचार नहीं करेगा, जिसका मतलब है कि ट्रंप को गिरफ्तार किये जाने का कोई खतरा नहीं है।
ईरान ने बगदाद में ड्रोन हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल की मौत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दर्जनों अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी कर इसके लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। इंटरपोल ने बाद में कहा कि वह ईरान के अनुरोध पर विचार नहीं करेगा, जिसका मतलब है कि ट्रंप को गिरफ्तार किये जाने का कोई खतरा नहीं है। लेकिन इन आरोपों से ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव स्पष्ट होता है।
कौन थे कासिल सुलेमानी
अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के शक्तिशाली कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की इस साल की शुरुआत में मौत हो गई थी। सुलेमानी अपने काफिले के साथ बगदाद एयरपोर्ट की तरफ बढ़ रहे थे जब अमेरिका ने उनकर बिल्कुल अचूक निशाना साधा। जनरल सुलेमानी (62) को अयातुल्ला खामेनी के बाद ईरान में सबसे ताकतवर माना जाता था। उनका कुद्स फोर्स ईरानी रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की एक इकाई था जो सीधे-सीधे अयातुल्ला को रिपोर्ट करता है।
कैसे मारे गए कासिम सुलेमानी
अमेरिका ने ईरानी कुद्स सेना के जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के लिए एमक्यू-9 रीपर ड्रोन का इस्तेमाल किया है। अमेरिकी मीडिया के हवाले से यह जानकारी आई है। यह ड्रोन तलाश और विध्वंस का दोहरा काम करने में माहिर है। इसलिए इसका इस्तेमाल ऐसे लक्ष्य को भेदने में किया जाता है जिसे ज्यादा देर तक ट्रैक करना अथवा नजर बनाए रखना संभव ना हो। यह अचूक ड्रोन मिनटों में काम तमाम कर देता है। यह साल 2007 से अमेरिकी वायुसेना में शामिल है। अमेरिका पहले भी कई ऑपरेशन में इस ड्रोन का इस्तेमाल कर चुका है।
डोनाल्ड ट्रंप पर लगाए आरोप
ईरान और विश्व की प्रमुख शक्तियों के साथ हुए परमाणु समझौते से ट्रंप के अलग हो जाने के बाद दोनों देशों के बीच का तनाव फिर बढ़ गया था। सरकारी संवाद एजेंसी इरना के मुताबिक तेहरान के अभियोजक अली अलकासीमहर ने कहा कि ईरान ने तीन जनवरी को बगदाद में हुए हमले में ट्रम्प और 35 से अधिक अन्य लोगों के शामिल रहने का आरोप लगाया है। उसी हमले में जनरल कासिम सोलेमानी की मौत हो गयी थी। उन्होंने कहा कि इन आरोपियों पर “हत्या और आतंकवाद” का मामला है।
इंटरपोल ने ईरान का अनुरोध ठुकराया
ईरान ने ट्रंप और अन्य के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है जो इंटरपोल द्वारा जारी किया जाने वाला शीर्ष स्तरीय गिरफ्तारी अनुरोध है। स्थानीय अधिकारी आम तौर पर अनुरोध करने वाले देश की तरफ से गिरफ्तारी करते हैं। नोटिस हालांकि किसी देश को संदिग्ध को गिरफ्तार या प्रत्यर्पित करने के लिये बाध्य नहीं करता लेकिन यह सरकारों के लिये संदिग्ध की यात्राओं को सीमित करने की स्थिति बना देता है। इंटरपोल ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि नोटिसों को लेकर उसके दिशानिर्देश उसे “राजनीतिक दखल या गतिविधि” से रोकते हैं।
इसमें कहा गया कि इंटरपोल, “इस प्रकृति को ध्यान में रखते हुए अनुरोध पर विचार नहीं करेगा।” ईरान के लिये अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने सोमवार को सऊदी अरब में एक संवाददाता सम्मेलन में गिरफ्तारी वारंट की घोषणा को खारिज किया। हुक ने कहा, “यह प्रचार का एक हथकंडा है जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता और इससे ईरान की मूर्खता नजर आती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर