ईरान ने सऊदी तेल टैंकरों पर हुए हमले को बताया चिंताजनक, अमेरिका के आरोप के बाद की जांच की मांग
By विकास कुमार | Published: May 13, 2019 12:41 PM2019-05-13T12:41:14+5:302019-05-13T12:41:14+5:30
सऊदी अरब के उर्जा मंत्री खालिद-अल-फलह ने कहा कि अमेरिका ने नाविकों और यूएई के क्षेत्रीय साथियों को आगाह किया है. अमेरिका ने रविवार को फुजैरा में बंधक बना कर तेल टैंकरों पर किए गए हमले की निंदा की है.
सऊदी अरब ने कहा है कि यूएई के पोर्ट सिटी फुजैरा में उसके दो तेल टैंकरों को बंधक बना कर तोड़-फोड़ किया गया है. उनमें से एक जहाज सऊदी तेल लेकर अमेरिका के लिए रवाना हो रहा था. इसके अलावा यूएई ने भी दो नावों को निशाना बनाने की बात कही है.
अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेवार बताया है वहीं ईरान ने इस हमले पर चिंता जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है.
सऊदी अरब के उर्जा मंत्री खालिद-अल-फलह ने कहा कि अमेरिका ने नाविकों और यूएई के क्षेत्रीय साथियों को चेतावनी दी है. अमेरिका ने रविवार को फुजैरा में बंधक बना कर तेल टैंकरों पर किए गए हमले की निंदा की है.
यह बयान उस समय आया जब ईरानियन और लेबनान मीडिया में पोर्ट सिटी में विस्फोट को लेकर गलत ख़बर दिखाई जा रही थी. यूएई के अधिकारियों ने इस हमले के जिम्मेवारों को लेकर अभी कोई भी बयान देने से इंकार कर दिया है.
अमेरिका ने चेतावनी दी है कि इसके लिए ईरान और उसके सहयोगी जिम्मेवार हो सकते हैं जो प्रॉक्सी वॉर के तहत ऐसा कर रहे हैं. अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने के बाद ईरान ने धमकी दिया था कि वो होर्मुज़ जलसन्धि से हो कर गुजरने वाले तेल जहाजों की आवाजाही को रोक सकता है. इस क्षेत्र से पूरी दुनिया में कुल 20 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात-निर्यात होता है.
अमेरिका ने मध्य-पूर्व में संभावित ईरानी खतरे को लेकर अपने B-52 बमवर्षक विमान तैनात किए हैं. वहीं 'अब्राहम लिंकन करियर' युद्धपोत भी तैनात किया गया है. अमेरिका ईरान पर आर्थिक प्रतिबन्ध के साथ मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनाने का भरसक प्रयास कर रहा है.
अमेरिका ने भारत, चीन और तुर्की को ईरान से तेल आयात करने पर भी प्रतिबन्ध लगाया है. डोनाल्ड ट्रंप ईरान के साथ नए तरीके से परमाणु डील करना चाहते हैं.