अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस: यहां जानिए क्या है मानव अधिकार और क्यों मनाया जाता है ये दिन
By मेघना वर्मा | Published: December 10, 2018 11:53 AM2018-12-10T11:53:25+5:302018-12-10T11:53:48+5:30
भारत में 28 सिंबर 1993 से मानव के अधिकार कानून अमल किया गया। 12 अक्टूबर 1993 को सरकार ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन किया।
हर साल 10 दिसंबर को देश ही नहीं पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस यानी यूनिवर्सल ह्यूमन राइट्स डे मनाया जाता है। पूरी दुनिया में मानव के अधिकारों को पहचान दिलाने और अस्तित्व में लाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। मगर बहुत से मनुष्य ऐसे भी होते हैं जिन्हें ये मालूम ही नहीं होता कि उनके अधिकार आखिर में हैं क्या। आइए आपको बताते हैं क्या होते हैं मानवाधिकार और क्या है मानवाधिकार दिवस का इतिहास।
मानवता के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ संघर्ष
भारत में 28 सिंबर 1993 से मानव के अधिकार कानून अमल किया गया। 12 अक्टूबर 1993 को सरकार ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन किया। 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र असेंबली ने विश्व मानवाधिकार घोषणा पत्र जारी किया था। युक्त राष्ट्र ने 1950 में दस दिसम्बर के दिन को मानवाधिकार दिवस घोषित किया था जिसका उद्देश्य विश्वभर के लोगों का ध्यान मानवाधिकारों की ओर आकर्षित करना था।
ये है मानवाधिकार
48 देशों ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के साथ इस दिन को मनाया। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया में लोगों के लिए एक समान मानकों को स्थापित करना था। साथ ही मानवता के खिलाफ हो रहे जुल्म और सितम को रोकने के लिए एक वैश्विक प्रयास था। यह आयोग राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्षेत्रों में भी काम करता है। जैसे मजदूरी, HIV एड्स, हेल्थ, बाल विवाह, महिला अधिकार आदि।