स्वतंत्रता दिवसः पाकिस्तान के भारतीय दूतावास में लहराया तिरंगा, मना आजादी का जश्न, पूरे विश्व भर में गूंज
By भाषा | Published: August 15, 2019 02:08 PM2019-08-15T14:08:26+5:302019-08-15T14:08:26+5:30
बीजिंग में भारतीय दूतावास में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी शामिल हुए। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने इंडिया हाउस में तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संबोधन को पढ़ा।
दुनिया भर में लाखों भारतीयों ने गुरुवार को पूरे उत्साह और उमंग के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। भारत के 73 वें स्वतंत्रता दिवस पर विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों व दूतावासों में तिरंगा फहराया गया और राष्ट्रगान गाया गया।
चीन, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य देशों में भारतीयों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और इस अवसर पर देशभक्ति के गीत गाए गए। बीजिंग में भारतीय दूतावास में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी शामिल हुए। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने इंडिया हाउस में तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संबोधन को पढ़ा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में भारतीय लोग उपस्थित रहे। भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए मिसरी ने कहा कि इस साल भारत और चीन अपने द्विपक्षीय संबंधों के एक महत्वपूर्ण चरण में हैं क्योंकि 2020 में दोनों देश अपने बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं।
73rd #IndiaIndependenceDay celebrated at Indian High Commission in Pakistan. Chargé d'affaires Gaurav Ahluwalia unfurled the National Flag and read out the President's message. pic.twitter.com/ptpBFzTMB8
— ANI (@ANI) August 15, 2019
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के इस साल के अंत में प्रस्तावित भारत दौरे समेत दोनों देशों के बीच कई उच्च स्तरीय दौरे की योजना है। ऑस्ट्रेलिया में, कैनबरा में भारतीय उच्चायोग और मेलबर्न, सिडनी और पर्थ में वाणिज्य दूतावास भवनों में आयोजित ध्वजारोहण समारोहों में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों ने भाग लिया।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इस अवसर पर भारतीय प्रवासी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह समुदाय ‘‘आधुनिक, बहुसांस्कृतिक ऑस्ट्रेलिया का एक समृद्ध और जीवंत हिस्सा बन गया है।’’ उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘इस दिन को पवित्र मानने वाले सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि यह स्वतंत्रता के वादे और आशा की ताकत की याद दिलाता है। यह शांतिपूर्ण विरोध, 'महात्मा' गांधी की दृष्टि और समर्पण के शक्तिशाली प्रमाण की याद दिलाता है और एक गर्वित और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उनके आधुनिक उद्भव को दर्शाता है।’’
ऑस्ट्रेलिया और भारत को ‘‘घनिष्ट मित्र और साझेदार’’ बताते हुए मॉरिसन ने कहा कि दोनों राष्ट्रों के लोग आशावाद और विश्वास को साझा करते हैं। कैनबरा में भारतीय उच्चायुक्त ए एम गोंडाने ने भारी संख्या में मौजूद लोगों के बीच ध्वजारोहण किया।