आजादी मार्चः युद्ध का मैदान बना इस्लामाबाद, इमरान खान के समर्थकों-पुलिस में झड़प, पेड़ों में लगाई आग, सरकार ने बुलाई सेना

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 26, 2022 07:42 AM2022-05-26T07:42:30+5:302022-05-26T07:55:08+5:30

पाकिस्तान के जियो न्यूज ने बताया कि उसके कार्यालय पर पीटीआई कार्यकर्ताओं के हमले में कुछ मीडियाकर्मी घायल हो गए। इसकी सुरक्षा के लिए इमारत के बाहर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था।

Imran Khan's Azadi march Army deployed Islamabad turns into battleground | आजादी मार्चः युद्ध का मैदान बना इस्लामाबाद, इमरान खान के समर्थकों-पुलिस में झड़प, पेड़ों में लगाई आग, सरकार ने बुलाई सेना

आजादी मार्चः युद्ध का मैदान बना इस्लामाबाद, इमरान खान के समर्थकों-पुलिस में झड़प, पेड़ों में लगाई आग, सरकार ने बुलाई सेना

Highlights पुलिस की भारी गोलाबारी और पीटीआई कार्यकर्ताओं की कथित बर्बरता से इस्लामाबाद युद्ध का मैदान बन गया है इमरान खान के इस्लामाबाद में प्रवेश करने से ठीक पहले ब्लू एरिया में लगातार आंसू गैस के गोले दागने की खबरें सामने आईं

 इस्लामाबादः सत्ता से बेदखल हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व पीटीआई प्रमुख इमरान खान देश में जल्द चुनाव कराने को लेकर अपने समर्थकों के साथ आजादी मार्च निकालने रहे हैं। इस मार्च के दौरान पाकिस्तान में जगह-जगह आगजनी और हिंसक झड़पे हुईं। पंजाब, लाहौर और कराची में कई जगहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प की खबर है। पीटीआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद के ब्लू इलाके में पेड़ों को आग लगा दी। वहीं पीटीआई नेता यास्मीन रशोद ने कहा कि जब वह इस्लामाबाद जा रही थीं तो पुलिस ने उनके वाहन का शीशा तोड़ दिया। 

इमरान खान ने बुधवार को चेतावनी दी कि उनके समर्थक शहबाज शरीफ सरकार द्वारा नए चुनाव की तारीख की घोषणा किए जाने तक डी-चौक खाली नहीं करेंगे। इमरान खान के समर्थक इस्लामाबाद में प्रवेश कर चुके हैं। इस्लामाबाद के रेड जोन की सुरक्षा के लिए शहबाज शरीफ सरकार को गुरुवार तड़के सेना बुलानी पड़ी। सरकार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट, संसद भवन, प्रधान मंत्री भवन, प्रेसीडेंसी, पाकिस्तान सचिवालय और राजनयिक एन्क्लेव जैसी महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा के लिए सेना को तैनात किया गया है।

बता दें कि इमरान खान विधानसभा भंग करने और चुनाव की तारीखों की घोषणा पर अड़े हुए हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि तारीखों की घोषणा होने तक वे इस्लामाबाद में रहेंगे। इमरान ने सरकार से किसी भी तरह के समझौते की अफवाहों को खारिज कर दिया। उन्होंने बुधवार ट्वीट किया, "बिल्कुल नहीं! हम इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं और किसी सौदे का कोई सवाल ही नहीं है। हम विधानसभा भंग करने और चुनाव की तारीखों की घोषणा होने तक इस्लामाबाद में रहेंगे। इस्लामाबाद और पिंडी के सभी लोगों को इसमें शामिल होने का आह्वान किया है।"

गौरतलब है कि पुलिस की भारी गोलाबारी और पीटीआई कार्यकर्ताओं की कथित बर्बरता से इस्लामाबाद युद्ध का मैदान बन गया। इमरान खान गुरुवार सुबह इस्लामाबाद के डी चौक पहुंचे। इमरान खान के इस्लामाबाद में प्रवेश करने से ठीक पहले ब्लू एरिया में लगातार आंसू गैस के गोले दागने की खबरें सामने आईं। इमरान खान के समर्थकों ने दावा किया कि मार्च के समर्थन में लाहौर के लिबर्टी चौक इलाके में जमा हुए लोगों पर पुलिस ने गोलियां चलाईं।

वहीं पाकिस्तान के जियो न्यूज ने बताया कि उसके कार्यालय पर पीटीआई कार्यकर्ताओं के हमले में कुछ मीडियाकर्मी घायल हो गए। इसकी सुरक्षा के लिए इमारत के बाहर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। बुधवार पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस्लामाबाद के एच-9 और जी-9 इलाके के बीच पेशावर मोड़ के पास इमरान खान को अपना आजादी मार्च निकालने की इजाजत दे दी और सरकार को पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने से रोक दिया।

 

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Web Title: Imran Khan's Azadi march Army deployed Islamabad turns into battleground

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