इमरान खान ने मानाः भारत से सीधी जंग नहीं जीत सकता पाकिस्तान, होंगे गंभीर नतीजे!

By स्वाति सिंह | Published: September 15, 2019 01:05 PM2019-09-15T13:05:41+5:302019-09-15T13:52:25+5:30

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने यह स्वीकार किया कि अगर पारंपरिक युद्ध हुए तो भारत पाकिस्तान को हरा सकता है। साथ ही इमरान खान ने परमाणु युद्ध हुआ की भी बात कही।

Imran Khan accepts, Pakistan may lose traditional war with India | इमरान खान ने मानाः भारत से सीधी जंग नहीं जीत सकता पाकिस्तान, होंगे गंभीर नतीजे!

परमाणु युद्ध की बात करते हुए इमरान ने यह भी कहा कि पाकिस्तान पारंपरिक युद्ध भारत से हार सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में परिणाम गंभीर होंगे।

Highlightsइमरान खान ने खुद स्वीकार किया कि वह भारत से युद्ध नहीं जीत सकते। बीते दिनों इमरान ने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान की 'दुखती रग' है

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद स्वीकार किया है कि पारंपरिक युद्ध भारत से नहीं जीत सकते। एक चैनल को दिए एक इंटरव्यू में इमरान ने यह बात स्वीकार की है। लेकिन साथ ही  उन्होंने परमाणु वॉर की भी बात की।

इमरान खान ने कहा मैं स्पष्ट हूं कि दो परमाणु संपन्न देशों में अगर पारंपरिक युद्ध हुआ तो इसकी परिणीति परमाणु युद्ध में होने की पूरी संभावना है। इमरान ने कहा ' खुदा ना करे, लेकिन अगर पाकिस्तान पारंपरिक युद्ध में हार रहा हो और अगर एक देश दो विकल्पों के बीच फंस गया है, या तो आप आत्मसमर्पण करेंगे या अपनी आजादी के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे। मुझे पता है कि पाकिस्तान स्वतंत्रता के लिए अंतिम सांस तक लड़ेगा, जब एक परमाणु संपन्न देश अंतिम सांस तक लड़ता है तो परिणाम भयावह होते हैं।"

बीते दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान की 'दुखती रग' है और इसके विशेष दर्जे को वापस लेने का भारत का फैसला देश की सुरक्षा एवं अखंडता को चुनौती देता है। खान ने पाकिस्तान के 'रक्षा एवं शहीद दिवस' पर अपने संदेश में कहा कि उनकी सरकार ने वैश्विक राजधानियों और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय कूटनीतिक अभियान शुरू किया ताकि वैश्विक समुदाय को कश्मीर के बारे में बताया जा सके जिसका विशेष दर्जा भारत ने पांच अगस्त को खत्म कर दिया था। भारत के साथ 1965 में हुए युद्ध की वर्षगांठ मनाने के लिए पाकिस्तान छह सितंबर को रक्षा एवं शहीद दिवस मनाता है। 

खान ने यह नही कहा था कि पाकिस्तान के लिए कश्मीर उसकी कमजोर नस है। उसके दर्जे में बदलाव करना पाकिस्तान की सुरक्षा एवं अखंडता को चुनौती देता है। उन्होंने कहा, “मैंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत के परमाणु जखीरे की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने की भी अपील की।।।यह वह मुद्दा है जो दक्षिण एशियाई क्षेत्र को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित करता है।” 

बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब भारत ने जम्मू -कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को पांच अगस्त को वापस ले लिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय में हुए मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान को संपूर्ण करने वाला 'अधूरा एजेंड'  है।

Web Title: Imran Khan accepts, Pakistan may lose traditional war with India

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