आरआईसी बैठक में भारत, रूस के साथ संवाद मजबूत करने, आम सहमति बनने की आशा: चीन
By भाषा | Published: November 25, 2021 09:26 PM2021-11-25T21:26:34+5:302021-11-25T21:26:34+5:30
(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, 25 नवंबर चीन ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया तेज गति से अशांति और बदलाव के दौर में प्रवेश कर चुकी है, वह तीन देशों के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक में भारत और रूस के साथ संवाद को मजबूत करने, आपसी विश्वास बढ़ाने तथा आम सहमति बनाने की उम्मीद करता है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्री शुक्रवार को वीडियो लिंक के माध्यम से वार्षिक बैठक करेंगे। बैठक में कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने, बहुपक्षवाद और क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय समेत कई मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
लिजियान ने कहा कि दुनिया बदलाव और कोविड-19 महामारी के असर का सामना कर रही है और तेज गति से अशांति और परिवर्तन के दौर में प्रवेश कर गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘चीन इस बैठक के माध्यम से संवाद को मजबूत करने, आपसी विश्वास बढ़ाने और रूस और भारत के साथ आम सहमति बनाने की उम्मीद करता है। यह मंच अंतरराष्ट्रीय संबंधों में लोकतंत्र को बढ़ावा देने, एक साथ महामारी से लड़ने, आर्थिक सुधार को बढ़ावा देने, शांति-स्थिरता के लिए दुनिया को वास्तविक बहुपक्षवाद का सकारात्मक संदेश देता है।’’ लिजियान ने कहा, ‘‘इससे दुनिया में अधिक स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद है।’’
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने सितंबर 2020 में मॉस्को में आरआईसी के विदेश मंत्रियों की पिछली बैठक के बाद आरआईसी की अध्यक्षता संभाली। बैठक के बाद विदेश मंत्री आरआईसी की अध्यक्षता एक साल के लिए चीन के विदेश मंत्री को सौंपेंगे। आरआईसी ढांचे के तहत, तीनों देशों के विदेश मंत्री आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर समय-समय पर चर्चा करने के लिए बैठक करते हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।