Coronavirus: जूं मारनेवाली दवा कर सकती है कोरोना का इलाज! ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक का दावा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 6, 2020 06:53 AM2020-04-06T06:53:56+5:302020-04-06T06:53:56+5:30
कोरोना वायरस के विश्वभर में फैले प्रकोप के बीच ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक ने इस वायरस के उपचार को लेकर एक बड़ा दावा किया है. ऑस्ट्रेलिया में एक अनुसंधान के बाद दावा किया गया है कि सिर में पाए जाने वाली जूं को मारने के लिए जिस दवा का प्रयोग किया जाता है उससे कोरोना का इलाज किया जा सकता है.
इस देश के अखबार द सन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार बायोमेडिसिन डिस्कवरी इंस्टिट्यूट के डॉ. कायली वागस्टाफ ने जूं को मारने की दवा से सिर्फ 48 घंटों में कोरोना को पूरी तरह खत्म करने का दावा किया है.
डॉ वागस्टाफ के मुताबिक जूं मारने की दवा में इवरमेक्टिन नाम के रसायन का इस्तेमाल होता है. उन्होंने बताया कि इस दवा के एक डोज से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म किया जा सकता है. यही नहीं दवा दिए जाने के शुरु आती 24 घंटे में ही शरीर में वायरस खत्म होना शुरू हो जाता है. इस अनुसंधान को वहां के एंटीवायरल पत्रिका में भी छापा जा चुका है.
दवा के तौर पर हो सकता है इस्तेमाल : डॉ. वागस्टाफ डॉ.वागस्टाफ ने अपने अनुसंधान को लेकर बताया कि मौजूदा समय में इस महामारी का कोई इलाज नहीं है. ऐसे में जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक इसका इस्तेमाल दवा के तौर पर किया जा सकता है. क्योंकि, एंटी-पैरासािइटक दवा परजीवी से होने वाली बीमारियों को खत्म कर सकती है. उन्होंने दावा किया कि परजीवी रोधी दवा का इस्तेमाल एचआईवी, डेंगू, इंफ्लुएंजा और जीका वायरस के इलाज में भी प्रभावी तौर पर किया जा चुका है.