George floyd मामला: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने कहा-देश में समान न्याय के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा

By भाषा | Published: June 3, 2020 10:37 AM2020-06-03T10:37:08+5:302020-06-03T10:37:08+5:30

George Floyd case: Former US President George Bush said - will have to make collective efforts for equal justice in the country | George floyd मामला: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने कहा-देश में समान न्याय के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा

मिनियापोलिस में 25 मई को एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अपने घुटने से कुछ देर तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन शुरू हुआ

Highlightsअमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हिरासत में हत्या पर देश में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के जारी है जॉर्ज बुश ने कहा कि वह और उनकी पत्नी लॉरा ‘‘अन्याय से परेशान हैं और हमें डर है कि यह हमारे देश को अस्थिर कर देगा।

ह्यूस्टन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हिरासत में हत्या पर देश में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच अमेरिकियों से देश की ‘‘दुखद विफलताओं’’ पर गौर करने और समान न्याय के लिए मिलकर प्रयास करने का आह्वान किया। मिनियापोलिस में 25 मई को एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अपने घुटने से कुछ देर तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 4000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और अरबों डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।

जॉर्ज बुश ने कहा कि वह और उनकी पत्नी लॉरा ‘‘अन्याय से परेशान हैं और हमें डर है कि यह हमारे देश को अस्थिर कर देगा।’’ बुश ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह उनके बोलने का समय है बल्कि यह उनके लिए सुनने का वक्त है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि शांतिपूर्ण मार्च देश के लिए सही हैं।

बयान में कहा गया है, ‘‘यह हैरान करने वाली नाकामी है कि कई अफ्रीकी-अमेरिकी खासतौर से युवाओं को उनके अपने ही देश में प्रताड़ित किया जाता है और डराया-धमकाया जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह वक्त अमेरिका के लिए अपनी दुखद विफलताओं पर गौर करने का है। अपने अंदर झांकने का एक ही तरीका है कि उन लोगों की आवाज सुनी जाए जो दुखी हैं। जो लोग उन आवाजों को खामोश करने की कोशिश करते हैं वे अमेरिका का मतलब नहीं जानते।’’

इस बीच ह्यूस्टन में 46 वर्षीय फ्लॉयड को श्रद्धांजलि देने के लिए मास्क पहनकर और ‘‘अश्वेत जिंदगियां मायने रखती हैं’’ के नारे लगाते हुए हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके के मार्च किया। ‘‘हाथ ऊपर करो, गोली मत मारो’’ और ‘‘न न्याय, न शांति’’ के नारे लगाते हुए करीब 60,000 से अधिक लोगों ने चिलचिलाती गर्मी में डिस्कवरी ग्रीन पार्क से सिटी हॉल तक मार्च किया। इसमें फ्लॉयड के परिवार के 16 सदस्य भी शामिल हुए।

रैपर ट्रा था ट्रुथ और बन बी द्वारा आयोजित इस मार्च में मेयर सिल्वेस्टर टर्नर, कांग्रेस सदस्य शीला जैक्सन ली, लिज्जी फ्लेचर और सिल्विया गार्शिया और अल ग्रीन समेत शहर के कई नेताओं और अधिकारियों ने भाग लिया। वहीं लॉस एंजिलिस में प्रदर्शन और हिंसा शुरू होने के बाद से 2,700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि सैन फ्रांसिस्को और सैन डिएगो समेत अन्य प्रमुख शहरों में शांति रही। लेकिन लॉस एंजिलिस काउंटी ने एलान किया कि उसके एक करोड़ निवासी शाम छह बजे से फिर से कर्फ्यू में रहेंगे।

दूसरी ओर मिनेसोटा राज्य ने फ्लॉयड की मौत के मामले में मिनियापोलिस पुलिस विभाग के खिलाफ मंगलवार को मानवाधिकार संबंधी शिकायत दायर की। गवर्नर टिम वाल्ज आौर मिनेसोटा के मानवाधिकार विभाग ने मंगलवार दोपहर को एक संवाददाता सम्मेलन में शिकायत दर्ज कराने की घोषणा की।

वाल्ज ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पुलिस, विभाग की नीतियों, प्रक्रियाओं और तौर तरीकों की जांच करने से पता चलेगा कि क्या पुलिस बल रंग के आधार पर लोगों से व्यवस्थागत भेदभाव में शामिल है और इस पर काम किया जाएगा कि इसे कैसे रोका जाए। मानवाधिकार आयुक्त रेबेका लुसेरो जांच का नेतृत्व करेंगी। एफबीआई भी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या पुलिस ने जानबूझकर फ्लॉयड को उसके नागरिक अधिकारों से वंचित रखा। पुलिस विभाग और मेयर के कार्यालय के प्रवक्ताओं ने अभी इस पर टिप्पणी नहीं की है। 

Web Title: George Floyd case: Former US President George Bush said - will have to make collective efforts for equal justice in the country

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