'किसी एक को चुनना पड़े तो अमेरिका भारत को चुनेगा', पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने भारत-कनाडा के बीच बढ़े तनाव पर कहा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 23, 2023 11:08 AM2023-09-23T11:08:11+5:302023-09-23T11:09:17+5:30
माइकल रुबिन ने कहा कि भारत रणनीतिक रूप से कनाडा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है और कनाडा का भारत के खिलाफ लड़ना एक चींटी के हाथी के खिलाफ लड़ने के बराबर है। यही नहीं पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो के आरोपों से कनाडा को भारत से ज्यादा खतरा है।
वाशिंगटन डीसी: भारत और कनाडा के बीच बढ़े राजनयिक तनाव के बीच पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका को दोनों देशों के बीच किसी एक को चुनना पड़ा तो वह भारत को चुनेगा। माइकल रुबिन ने कहा कि भारत रणनीतिक रूप से कनाडा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है और कनाडा का भारत के खिलाफ लड़ना एक चींटी के हाथी के खिलाफ लड़ने के बराबर है। यही नहीं पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो के आरोपों से कनाडा को भारत से ज्यादा खतरा है।
#WATCH | Washington, DC | On allegations by Canada, Michael Rubin, former Pentagon official and a senior fellow at the American Enterprise Institute says, "... I suspect that the United States doesn't want to be pinned in the corner to choose between 2 friends, but if we have to… pic.twitter.com/tlWr6C6p7e
— ANI (@ANI) September 23, 2023
जस्टिन ट्रूडो की अपने देश में गिरती साख के बारे में रुबिन ने कहा कि वह लंबे समय के लिए सत्ता में नहीं रहने वाले हैं इसलिए उनके जाने के बाद अमेरिका रिश्ते को फिर से बना सकता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ऐसी स्थिति में नहीं आना चाहेगा जहां उसे दो दोस्तों के बीच किसी एक को चुनना पड़े। लेकिन अगर हमें दो दोस्तों में से किसी एक को चुनना हो तो हम इस मामले में भारत को चुनेंगे। सिर्फ इसलिए क्योंकि निज्जर एक आतंकवादी था और भारत बहुत महत्वपूर्ण है। ये बातें माइकल रुबिन ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहीं।
बता दें कि माइकल रुबिन पेंटागन के पूर्व अधिकारी और ईरान, तुर्की और दक्षिण एशिया में अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट स्पेशलाइजेशन में वरिष्ठ फेलो हैं। इस संभावना पर कि क्या अमेरिका इस मामले में सार्वजनिक रूप से हस्तक्षेप करेगा, रुबिन ने कहा, “सच कहूँ तो, ट्रूडो का बयान भारत की तुलना में कनाडा के लिए कहीं अधिक बड़ा ख़तरा है। यदि कनाडा लड़ाई लड़ना चाहता है, तो स्पष्ट रूप से, इस बिंदु पर, यह एक चींटी की तरह है जो एक हाथी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है और तथ्य यह है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह रणनीतिक रूप से कनाडा की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, खासकर जब चीन और हिंद महासागर बेसिन और प्रशांत क्षेत्र में अन्य मामलों के संबंध में चिंता बढ़ रही है।"
बता दें कि ट्रूडो ने पहले सोमवार को निज्जर की हत्या को भारत से जोड़ा था, जिसके बाद भारत ने तुरंत और सख्ती से इसका खंडन किया था। भारत ने अपने आंतरिक मामलों में "कनाडाई राजनयिक हस्तक्षेप" का भी आरोप लगाया और देश में काम करने वाले कनाडाई राजनयिकों की संख्या कम करने की मांग की।