जो बाइडन के सत्ता में आते ही चीन ने ट्रंप को दिया झटका, पूर्व राष्ट्रपति के करीबी 30 अधिकारियों पर लगाई पाबंदी
By अनुराग आनंद | Published: January 21, 2021 07:37 AM2021-01-21T07:37:00+5:302021-01-21T07:38:56+5:30
चीन ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में विदेश मंत्री रहे माइक पोम्पिओ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन और संयुक्त राष्ट्र में राजदूत केली क्राफ्ट पर यात्रा और कारोबारी लेन-देन पर पाबंदी लगा दी।
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल समाप्त होने के ठीक बाद चीन ने बुधवार को ट्रंप प्रशासन के 30 पूर्व अधिकारियों के खिलाफ पाबंदी लगा दी। राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ लेने के कुछ देर बाद चीन ने ट्रंप प्रशासन में विदेश मंत्री रहे माइक पोम्पिओ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन और संयुक्त राष्ट्र में राजदूत केली क्राफ्ट पर यात्रा और कारोबारी लेन-देन पर पाबंदी लगा दी।
ट्रंप प्रशासन में आर्थिक सलाहकार रहे पीटर नवारू, एशिया के लिए शीर्ष राजनयिक डेविड स्टिलवेल, स्वास्थ्य और मानव सेवा मंत्री एलेक्स अजर के साथ पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और रणनीतिकार स्टीफन बैनन पर भी पाबंदी लगायी गयी है। ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों पर लगायी गयी ये पाबंदी प्रतीकात्मक हैं लेकिन अमेरिका के प्रति यह चीन के कड़े रुख को जाहिर करता है।
डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा पहुंचे, बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं हुए शामिल-
अपने कार्यकाल के समापन पर व्हाइट हाउस से विदा हुए डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा पहुंच गए हैं। ट्रंप, जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह से पहले वाशिंगटन से रवाना हो गए थे। ट्रंप के साथ विमान में उनके परिवार के लोग भी थे। उन्होंने कुछ देर विमान के कर्मचारियों से भी बातचीत की।
ट्रंप ने मैरीलैंड में ज्वाइंट बेस एंड्यूज में अपने समर्थकों से बात की और उसके बाद एयर फोर्स वन विमान से फ्लोरिडा के लिए रवाना हुए। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘अलविदा। हमें आपसे लगाव है।’’ साथ ही कहा, ‘‘किसी ना किसी रूप में हम वापसी करेंगे।’’
लोकतंत्र की जीत हुई है : अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले भाषण में जो बाइडन ने कहा-
घरेलू आतंकवाद और श्वेतों को श्रेष्ठ मानने वाली मानसिकता को हराने की लड़ाई में अमेरिका के सभी नागरिकों से शामिल होने का आह्वान करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में कहा कि आज ‘हम एक उम्मीदवार की जीत का नहीं बल्कि लोकतंत्र के मक़सद और लोकतंत्र की जीत का जश्न मना रहे हैं।’
देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद 78 वर्षीय बाइडन ने ना सिर्फ अपने वैश्विक सहयोगियों के साथ संबंधों को दुरुस्त करने का वादा किया बल्कि देश के लोगों से ‘सच की रक्षा करने और झूठ को हराने का भी आह्वान किया।’’ नवंबर में घोषित चुनाव परिणाम में बाइडन की जीत को अस्वीकार करने के ट्रंप के प्रयासों का परोक्ष संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज अमेरिका का दिन है....
(एजेंसी इनपुट)