इंडिया विजिटिंग प्रोफेसरशिप के लिए चुने गये ब्रिटेन के पांच वैज्ञानिक
By भाषा | Published: April 12, 2021 10:48 PM2021-04-12T22:48:15+5:302021-04-12T22:48:15+5:30
(अदिति खन्ना)
लंदन, 12 अप्रैल ब्रिटेन के पांच वरिष्ठ वैज्ञानिकों को भारत के लिए रॉयल सोसायटी युसूफ हमीद विजिटिंग प्रोफेसरशिप के लिए चुना गया है। यह भारतीय वैज्ञानिक एवं दवा कंपनी प्रमुख डॉ. युसूफ हामिद के नाम पर रखा गा है।
यह विजिटिंग प्रोफेसरशिप भारत के रॉयल सोसायटी युसूफ हामिद कार्यक्रम का हिस्सा है, जो 2017 से चल रहा है।
इसका वित्तपोषण युसूफ एवं फरीदा हमीद फाउंडेशन करता है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए इसकी स्थापना सिपला के अध्यक्ष डॉ. हमीद ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर की थी।
डॉ. हमीद ने कहा, ‘‘ मेरा फाउंडेशन इस विशेष परियोजना के लिए तीसरे साल रॉयल सोसायटी के साथ साझेदारी को लेकर रोमांचित है। यह परियोजना रॉयल सोसायटी के फेलो एवं विदेशी सदस्यों तथा भारत के वैज्ञानिक समुदाय के बीच सेतु के निर्माण में निरंतर लगी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘.... जाने माने वैज्ञानिकों को मानवता की भलाई के लिए एकसाथ लाना उन चुनौतियों के समाधान का केंद्र है, जो आज दुनिया के समक्ष हैं।’’
ये वैज्ञानिक हैं कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के सर टॉम ब्लंडेल, जिन्होंने प्रोटीन की संरचना एवं कार्य पर अनुसंधान किया है। वह बेंगलुरू, वेल्लोर, दिल्ली, हैदराबाद एवं चंडी़गढ़ में विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों की यात्रा करेंगे।
दूसरे वैज्ञानिक हैं ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं जाने-माने भौतिकीविद फिलिप कैंडेलास । वह स्ट्रिंग थ्योरी, ब्लैक होल आदि पर अपने काम के लिए जाने जाते हैं। वह बेंगलुरु के इंटरेनशल सेंटर फॉर थ्योरेटिकल साइंसेज एवं इलाहाबाद के हरिश्चंद्र रिसर्च इंस्टीट्यूट की यात्रा करेंगे।
कोशिकाओं के आपसी संवाद पर गहन कार्य कर चुके ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मैथ्यू फ्रीमैन सोनीपत के अशोका विश्वविद्यालय की यात्रा करेंगे।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के सर माइकल पेपर मुंबई के आईआईटी, बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान एवं केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा कोलकाता के साहा इंस्टीट्यूट की यात्रा करेंगे।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेविड रूबिनस्टीन बेंगलुरु, मैसुरू, कानपुर एवं दिल्ली में विश्वविद्यालयों की यात्रा करेंगे।
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