बांग्लादेश में पांच इस्लामी आतंकियों को मिली मौत की सजा, 2015 में मस्जिद पर किया था बम से हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 17, 2022 08:25 PM2022-08-17T20:25:31+5:302022-08-17T20:30:49+5:30
बांग्लादेश में चट्टोग्राम एंटी टेरेरिस्ट ट्रिब्यूनल के जज अब्दुल हलीम बुधवार को चट्टोग्राम के पास एक नौसेना कार्यालय के भीतर बने मस्जिद पर बम से हमला करने के पांच गुनहगारों को मौत की सजा सुनाई।
ढाका:बांग्लादेश की एक ट्रिब्यूनल ने सात साल पहले दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चट्टोग्राम के पास एक नौसेना कार्यालय के भीतर बने मस्जिद पर बम से हमला करने के पांच गुनहगारों को मौत की सजा दी है। ये सभी आतंकी प्रतिबंधित जेएमबी संगठन के सदस्य थे और इन दोषियों में से एक नौसेना का पूर्व सैनिक भी है।
जानकारी के मुताबिक जब बांग्लादेश की कोर्ट में चट्टोग्राम एंटी टेरेरिस्ट ट्रिब्यूनल के जज अब्दुल हलीम बुधवार को मौत की सजा का फरमान सुना रहे थे तो पांच में से चार गुनहगार कोर्ट की कटघरे में ही खड़े थे।
बताया जा रहा है कि पांचवें आतंकी को कोर्ट में इसलिए नहीं पेश किया जा सका क्योंकि वो पेशी से भाग रहा था। जज अब्दुल हलीम ने सभी दोषियों को मौत की सजा सुनाते हुए प्रत्येक पर 50,000 डॉलर (लगभग 526 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना भी लगाया है।
ट्रिब्यूनल के जज अब्दुल हलीम ने अपने फैसले में कहा कि धमाके के दोषियों ने नौसैनिक अड्डे के अंदर आतंकवादी हमला करके बांग्लादेश की स्वतंत्रता और संप्रभुता पर हमला किया है, इसलिए उनके प्रति रहम की कोई गुंजाइश नहीं बचती है। ऐसे लोग समाज के लिए दीमक हैं, जो एक स्वतंत्र देश की अवधारणा को धर्म के नाम पर चोट पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
आतंकियों को जिस हमले के मामले में मौत की सजा मिली है, उसे उन्होंने 18 दिसंबर 2015 को अंजाम दिया था। आतंकियों ने जुमे की नमाज के दौरान नौसेना अड्डे के भीतर बनी मस्जिद में बम धमाका किया था, जिसमें 24 नौसेनाकर्मियों सहित कई नागरिक घायल हुए थे। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)