Farmers Protest: किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में आया कनाडा के प्रधानमंत्री का बयान, जानें क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: December 1, 2020 02:36 PM2020-12-01T14:36:14+5:302020-12-01T14:45:44+5:30
दिल्ली से सटे बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है।
नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में अपना बयान दिया है। गुरु नानक (गुरुपुरब) की जयंती के अवसर पर बोलने के दौरान उन्होंने भारत में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का उल्लेख किया है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, इस कार्यक्रम के दौरान सिख समुदाय के कनाडाई लोगों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री ने ये बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत से किसानों के प्रदर्शन को लेकर जो खबरें आ रही हैं, वो चिंताजनक हैं। हमें आप लोगों के परिजनों की चिंताएं हैं।
कनाडा हमेशा किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ है: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण प्रदर्शन के हक में है और भारत में ऐसे प्रदर्शनों के हक में अपनी बात रखता रहेगा। उन्होंने कहा कि हम कई तरीकों से भारतीय प्रशासन के साथ संपर्क में हैं और अपनी चिंताओं को व्यक्त कर रहे हैं, ये वक्त हैं जब हम एकजुट रहें।
‘Canada Will Defend Right to Protest’: PM @JustinTrudeau Backs Indian Farmers
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) December 1, 2020
He spoke on #Gurpurab where he mentioned protests by farmers in India against @narendramodi govt's new farm laws.#FarmerProtest@PMOIndia@HCI_Ottawa@CanadianPM@CanadainIndia@Ajaybis@nadirypatelpic.twitter.com/MGT20YwKjM
कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत में हो रहा किसानों का प्रदर्शन एक वास्तविकता है। आपको याद दिला दूं कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा किसानों के प्रदर्शन के साथ रहेगा। हम बातचीत की प्रक्रिया में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के पास अपनी चिंताओं को रख रहे हैं। ट्रूडो ने कहा कि यह हम सभी के लिए एक साथ खड़ा होने का समय है।
किसानों ने नरेंद्र मोदी सरकार के वार्ता के प्रस्ताव को किया स्वीकार-
नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केन्द्र का वार्ता का प्रस्ताव स्वीकार करने का फैसला किया है। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सोमवार को कोविड-19 और ठंड का हवाला देते हुए किसान संगठनों के नेताओं को तीन दिसम्बर की बजाय मंगलवार को ही बातचीत के लिए बुलाया था।
किसान नेता बलजीत सिंह महल ने कहा, ‘‘ हमारी बैठक में, हमने केन्द्र का आज दोपहर तीन बजे बातचीत करने का प्रस्ताव स्वीकार करने का फैसला किया है। प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रतिनिधि केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे।’’ केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली से लगे सीमा बिंदुओं पर मंगलवार को लगातार छठे दिन डटे हैं।