फेसबुक डाटा शेयरिंग डील की अमेरिका में हो रही आपराधिक जांच, इन कंपनियों से हुई पूछताछ
By स्वाति सिंह | Published: March 15, 2019 01:12 AM2019-03-15T01:12:30+5:302019-03-15T01:12:30+5:30
इस मामले में न्यूयॉर्क की ग्रैंड ज्यूरी ने लगभग दो बड़ी स्मार्टफोन और अन्य प्रोडक्शन कंपनियों से उनके रिकॉर्ड मंगाए हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों कंपनियों का फेसबुक से करार था और उन्हें फेसबुक के करोड़ों यूजर्स के डाटा तक पहुंच मिली हुई थी।
अमेरिका में संघीय जांचकर्ता विभिन्न बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ फेसबुक डाटा शेयरिंग डील की आपराधिक जांच कर रहे हैं। इस जांच के तहत फेसबुक के कारोबार तो देखा जाएगा।
खबरों के मुताबिक इस मामले में न्यूयॉर्क की ग्रैंड ज्यूरी ने लगभग दो बड़ी स्मार्टफोन और अन्य प्रोडक्शन कंपनियों से उनके रिकॉर्ड मंगाए हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों कंपनियों का फेसबुक से करार था और उन्हें फेसबुक के करोड़ों यूजर्स के डाटा तक पहुंच मिली हुई थी।
इसके दोनों कंपनियां के अलावा अमेजन, एपल, माइक्रोसॉफ्ट और सोनी और अन्य 150 कंपनियों में जिन्होंने फेसबुक के साथ डाटा शेयरिंग डील खत्म की है। इस डील के तहत इन कंपनियों को फेसबुक यूजर्स की फ्रेंडलिस्ट और कॉन्टेक्ट इन्फॉर्मेशन और अन्य डाटा देखने की इजाजत मिली थी। यह भी बताया जा रहा है कि कई बार यूजर की जानकारी के बिना ही कंपनियां ऐसा करती थीं।
वहीं, फेडरल ट्रेड कमीशन और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन भी फेसबुक के खिलाफ जांच कर रहे हैं। फेसबुक की जांच कैंब्रिज एनालिटिका मामला सामने आने के बाद से शुरू की है। फेसबुक पर आरोप है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक के 8.7 करोड़ यूजर्स के डाटा के जरिए अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियानों में मदद की थी।