फेसबुक CEO मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप से की थी सीक्रेट डिनर मुलाकात, राष्ट्रपति उम्मीवार एलिजाबेथ को बताया कंपनी के अस्तित्व के लिये खतरा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 23, 2019 04:50 PM2019-11-23T16:50:02+5:302019-11-23T16:50:02+5:30
मैसाचुसेट्स के सीनेटर और 2020 की राष्ट्रपति उम्मीदवार एलिजाबेथ वारेन ने ट्वीट किया कि देखिये कैसे सरकार बड़े कॉर्पोरेशन और धनी लोगों के लिये काम करती है।
एनबीसी न्यूज ने कुछ दिन पहले ही खुलासा किया कि फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गुप्त रूप से मुलाकात की। यह सीक्रेट मुलाकात व्हाइट हाउस में डिनर के दौरान हुई। इस सीक्रेट मीटिंग में जुगरबर्ग के साथ फेसबुक बोर्ड के मेंबर और लंबे समय तक कंपनी के संरक्षक रहे पीटर थिएल भी थे।
पीटर थिएल फेसबुक के इंवेस्टर भी हैं साथ ही ट्रंप को भारी डोनेशन देने वालों में से एक हैं। साल 2016 में ट्रंप का समर्थन करने के चलते सिलिकॉन वैली के अरबपतियों के बीच पीटर की आलोचना भी हुई। पीटर एक कंपनी के चेयरमैन भी हैं जो सरकार की निगरानी क्षमता को बढ़ाने का काम करती है।
अक्टूबर में ट्रंप के साथ सीक्रेट मुलाकात का दो महीनों में यह दूसरा मौका था जब जुकरबर्ग ने ट्रंप के साथ डिनर किया। जुकरबर्ग ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि सीनेटर और 2020 में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार एलिजाबेथ वारेन उनकी कंपनी के अस्तित्व को खत्म करने वाले एक खतरे की तरह हैं।
इसके अलावा जब सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने अपने अरबपति साथियों को आवश्यक सरकारी प्रोग्राम्स के लिये धन देने का सुझाव दिया तो जुकरबर्ग ने इसके जवाब में कहा कि अरबपति लोग सरकार द्वारा तैयार किये गये वैज्ञानिकों से बेहतर जान सकते हैं कि रिसर्च के लिये धन को बेहतर तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
एलिजाबेथ वारेन ने ट्वीट किया कि देखिये कैसे सरकार बड़े कॉर्पोरेशन और धनी लोगों के लिये काम करती है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि फेसबुक जैसी कंपनी को बिना किसी जवाबदेही के आर्थिक और राजनीतिक ताकत मिली हुई है।