कोरोना को लेकर चीन हुआ एक्सपोज!, हांगकांग से अमेरिका भागी वायरोलॉजिस्ट ने कहा- चीन ने दुनिया से झूठ बोला
By अनुराग आनंद | Published: July 11, 2020 04:28 PM2020-07-11T16:28:45+5:302020-07-11T16:56:57+5:30
हांगकांग के वैज्ञानिक का दावा है कि चीन ने दुनिया भर से कोरोना संक्रमण को लेकर न सिर्फ झूठ कहा है बल्कि उसने इससे जुड़ी कई अहम जानकारियां भी छिपाई है।
नई दिल्ली: भारत समेत दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। अमेरिका में एक दिन में रिकॉर्ड 70 हजार कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, भारत में भी कोरोना संक्रमण के कुल मामले 8 लाख के पार हो गए हैं।
भारत दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। इस बीच एक बड़ी खबर समाने आ रही है कि चीन ने दुनिया भर से कोरोना संक्रमण को लेकर न सिर्फ झूठ कहा है बल्कि उसने इससे जुड़ी कई अहम जानकारियां भी छिपाई है।
टीओआई के रिपोर्ट की मानें तो चीन पर ये आरोप किसी दूसरे देश द्वारा इस बार नहीं लगाया है। इस बार हांगकांग से भागकर अमेरिका पहुंची एक वायरोलॉजिस्ट एक्सपर्ट ने इस बारे में खुलासा किया है।
वायरोलॉजिस्ट लि-मेंग यान ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर चीन उससे काफी पहले से जानता था, जब इसने दुनिया को बताई। उन्होंने यह भी कहा है कि यह सरकार के सर्वोच्च स्तर पर किया गया।
लि-मेंग यान के रिसर्च को किया गया इग्नोर-
बता दें कि हांग-कांग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वायरोलॉजी और इम्यूनोलॉजी की विशेषज्ञ लि-मेंग यान ने फॉक्स न्यूज को शुक्रवार को दिए इंटरव्यू में कई बड़ी बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि महामारी की शुरुआत में उनकी रिसर्च को उनके सुपरवाइजर्स ने भी इग्नोर किया, जोकि इस फील्ड के दुनिया के टॉप एक्सपर्ट हैं। वह मानती हैं कि इससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती थी।
चीन सरकार ने विदेशी वायरोलॉजिस्ट एक्सपर्ट को रिसर्च में शामिल करने से किया इनकार-
वायरोलॉजिस्ट एक्सपर्ट कहती हैं कि कोविड-19 पर स्टडी करने वाली वह दुनिया के पहले कुछ वैज्ञानिकों में से एक थीं। उन्होंने कहा, ''चीन सरकार ने विदेशी और यहां तक की हांगकांग के वायरोलॉजिस्ट एक्सपर्ट को रिसर्च में शामिल करने से इनकार कर दिया।''
इसके साथ ही यान ने कहा कि बहुत जल्द पूरे चीन के उनके साथियों ने इस वायरस पर चर्चा की लेकिन जल्द ही उन्होंने टोन में बदलाव को नोटिस किया।
डॉक्टर और शोधकर्ता जो खुले रूप से वायरस पर चर्चा कर रहे थे अचानक चुप कर दिए गए। वुहान के डॉक्टरों और शोधकर्ताओं ने चुप्पी साध ली है और दूसरों को चेतवानी दी गई कि उनसे ब्योरा ना मांगें।