इंग्लैंड में हिंदू मंदिर के बाहर प्रदर्शन, 200 से ज्यादा लोगों ने किया जमकर हंगामा, धार्मिक नारे लगाए गए
By विनीत कुमार | Published: September 21, 2022 10:19 AM2022-09-21T10:19:45+5:302022-09-21T10:19:45+5:30
लंदन: इंग्लैंड के वेस्ट मि़डलैंड्स के स्मेथविक शहर में मंगलवार को एक हिंदू मंदिर के सामने 200 से ज्यादा लोगों ने जमकर हंगामा किया। माना जा रहा है कि प्रदर्शन और हंगामा करते ये लोग दूसरे समुदाय से थे। इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें भीड़ दुर्गा भवन हिंदू सेंटर के पास जाती नजर आ रही है। इस दौरान कई अल्लाहू-अकबर के नारे लगाते भी सुने गए।
हालात बिगड़ते देख पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई की कोशिस की। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों को दीवारों पर चढ़ते देखा गया।
Look at this 👇
— Wasiq Wasiq (@WasiqUK) September 20, 2022
First Leicester, now Smethwick. Where next?
Around 200 people marching towards the Durga Bhawan Hindu Centre.
It is clearly intimidating and frightening for local Hindus.
The security services need to crackdown on these anti-Hindu thugs. pic.twitter.com/okafSjDsaR
Some are even climbing the walls in plain sight of law enforcement: pic.twitter.com/AXW7SfWGEs
— Wasiq Wasiq (@WasiqUK) September 20, 2022
'बर्मिंघम वर्ल्ड' की एक रिपोर्ट के अनुसार 'अपना मुस्लिम' नाम के एक सोशल मीडिया अकाउंट ने मंगलवार को दुर्गा भवन मंदिर के बाहर 'शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन' का आह्वान किया था।
यह घटना हाल में एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद पूर्वी इंग्लैंड के लीसेस्टर शहर में हुई हिंसक झड़पों के बाद सामने आई है। उस झड़प के दौरान ऐसी भी खबरें आई थीं कि शहर में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई और एक भगवा झंडा अज्ञात लोगों द्वारा गिरा दिया गया।
इसके बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग ने भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए कड़े शब्दों में बयान जारी किया और प्रभावित लोगों के लिए सुरक्षा का आह्वान किया था। लीसेस्टर में हुई इस घटना के बाद इसमें कथित संलिप्तता के आरोप में अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीं, हिंदू और मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग ने मंगलवार सुबह लीसेस्टर में एक मस्जिद के सामने एकत्र भी हुए थे और एक संयुक्त बयान जारी कर शांति और सद्भाव का आग्रह लोगों से किया था। उन्होंने लोगों को 'उकसावे और हिंसा' को समाप्त करने का भी आह्वान किया था।