मिस्र: 2013 के धरने के मामले में मुस्लिम ब्रदरहुड के 75 सदस्यों को फांसी की सजा
By भाषा | Published: July 28, 2018 08:51 PM2018-07-28T20:51:59+5:302018-07-28T20:51:59+5:30
जिन 75 आरोपियों को अदालत ने मौत की सजा सुनाई है, उनमें 44 इस समय जेल में बंद हैं और शेष 31 फरार हैं।
काहिरा, 28 जुलाई: मिस्र की सरकारी मीडिया ने कहा है कि एक अदालत ने 2013 के एक धरने में कथित भागीदारी के लिए 75 लोगों को मौत की सजा सुनायी है। इनमें प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड के शीर्ष नाम शामिल हैं।
काहिरा आपराधिक अदालत में आज के निर्णय को सर्वोच्च मुफ्ती के पास भेजा जाएगा जिस पर वह सजा पर अबाध्यकारी विचार रखेंगे। वह आम तौर पर अदालत के निर्णय को मंजूरी दे देते हैं।
सरकारी अल अहरम समाचार वेबसाइट के अनुसार 660 अन्य को सजा सुनाया जाना आठ सितम्बर के लिए तय है। मामले में 739 प्रतिवादी शामिल हैं जिसमें मुस्लिम ब्रदरहुड का सर्वोच्च मार्गदर्शक मोहम्मद बदी और फोटो पत्रकार महमूद अबु जैद शामिल हैं। आरोप हत्या से लेकर सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने तक है।
जिन 75 दोषियों को अदालत ने मौत की सजा सुनाई है, उनमें 44 इस समय जेल में बंद हैं और शेष 31 फरार हैं। मानवाधिकार संगठनों ने किसी एक मामले में 700 से अधिक लोगों पर मुकदमा चलाने की आलोचना की है। उनका कहना है कि जिन लोगों को आरोपित किया गया है, उनमें पत्रकार और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वाले लोग भी शामिल हैं।
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