'भारत क्यों मांगे माफी?', पैगंबर पर कथित विवादित बयान को लेकर बोले नीदरलैंड के सांसद- नूपुर शर्मा ने सच कहा
By विनीत कुमार | Published: June 7, 2022 03:05 PM2022-06-07T15:05:01+5:302022-06-07T15:10:41+5:30
नूपुर शर्मा के बयान पर मचे हंगामे के बीच नीदरलैंड के एक सांसद Geert Wilders उनके समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने सच कहा है कि लोगों को उनके समर्थन में सामने आना चाहिए।
नई दिल्ली: नूपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट शो में पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए कथित विवादित बयान पर मचे हंगामे के बीच नीदरलैंड के एक सांसद उनके समर्थन में आ गए हैं। नूपुर शर्मा ने बतौर भाजपा प्रवक्ता टीवी डिबेट शो में पैगंबर को लेकर कुछ बातें कही थी। विवाद के बाद उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया और पार्टी सफाई दे रही है कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है।
वहीं, नीदरलैंड के एक सांसद गीर्ट विइल्डर्स (Geert Wilders) ने ट्वीट कर कहा कि तुष्टिकरण कभी काम नहीं आती और इससे स्थिति और बिगड़ जाती है। साथ ही सांसद ने कहा कि नूपुर शर्मा ने सच कहा है और लोगों को उनके साथ खड़ा होना चाहिए।
Appeasement never works. It’ll only make things worse.
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 6, 2022
So my dear friends from India, don’t be intimidated by islamic countries. Stand up for freedom and be proud and steadfast in defending your politician #NupurSharma@NupurSharmaBJP who spoke the truth about Muhammad.
गीर्ट विल्डर्स ने एक और ट्वीट कर लिखा, 'यह हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामी देश भारतीय राजनेता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए नाराज हैं। भारत माफी क्यों मांगे?'
It is ridiculous that Arab and Islamic countries are angered by Indian politician #NupurSharma@NupurSharmaBJP for speaking the truth about #ProphetMuhammad who indeed married Aisha when she was six years old and consumed the marriage when she was nine. Why does India apologize?
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 6, 2022
बता दें कि भाजपा ने रविवार को अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख जिंदल को पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया था।
वहीं, ये विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उछला। कतर, ईरान और कुवैत जैसे देशों ने भारतीय राजदूतों को तलब किया। वहीं, खाड़ी के कई महत्वपूर्ण देशों ने इन टिप्पणियों की निंदा करते हुए अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। इंडोनेशिया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, बहरीन, मालदीव, ओमान और अफगानिस्तान सहित कई इस्लामी देशों ने नुपूर शर्मा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की।
कतर ने भारत से माफी मांगने की भी बात कही। कुवैत के कुछ सुपरस्टोर्स में भारत में बने सामानों की बिक्री भी रोक दी गई। इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत की आलोचना करते हुए मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
इन सबके बीच भारत ने भी जवाब दिया और OIC के बयान को ‘संकीर्ण’ बताया है। भारत की ओर से कहा गया कि कुछ लोगों की टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदंम बागची ने कहा कि भारत सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखता है।