बांग्लादेश में हिंसा, माता दुर्गा की मूर्ति तोड़ तालाब में फेंकी गई, हिंदू काउंसिल का दावा
By दीप्ती कुमारी | Published: October 14, 2021 02:43 PM2021-10-14T14:43:35+5:302021-10-14T14:51:27+5:30
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान अराजकता की स्थिति देखने को मिली है , जहां पंडालों में भीड़ द्वारा दुर्गा मां की प्रतिमा तोड़ने और तालाब में फेंकने की तस्वीरें सामने आ रही है ।
ढाका : बांग्लादेश के कई इलाके से दुर्गा पूजा के अवसर पर निंदनीय खबर आ रही है । भारत के पड़ोसी राज्य में दुर्गा पूजा पंडालों और मूर्तियों पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं । पिछले 24 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में दुर्गा प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ की कम से कम तीन घटनाएं सामने आई हैं ।
कोमिला के नानुआ दिघी में बुधवार शाम को घटी एक घटना में एक दुर्गा पूजा पंडाल पर भीड़ ने हमला किया था । देवी दुर्गा के चरणों में पवित्र कुरान की एक प्रति रखे जाने की खबरों पर भीड़ के उग्र होने के बाद मूर्ति को कथित तौर पर एक तालाब में फेंक दिया गया था ।
Dear Prime Minister @albd1971 . Hindus will not worship if the Muslims of Bangladesh don’t want it. But at least save the Hindus. The attack is still going on. Plz send Army. We want Bangladesh Army in Puja Mandapas .
— Bangladesh Hindu Unity Council (@UnityCouncilBD) October 14, 2021
एक व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया, व्हाट्सएप पर कथित तौर पर भड़काऊ तस्वीरें साझा करने के बाद अराजकता फैल गई । खबरों के मुताबिक, दुर्गा प्रतिमा को तोड़ने के लिए भगदड़ मचाने वाली गुस्साई भीड़ को पुलिस काबू नहीं कर पाई और प्रतिमा को एक तालाब में फेंक दिया गया ।
घटना की तस्वीरें बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद द्वारा साझा की गईं, जिसमें कहा गया था - "पूजो हो गया ... से: कोमिला ननुयार दिघी पूजा मंडप । हम 2021 की दुर्गा पूजा को कभी नहीं भूलेंगे । माँ दुर्गा आप सभी का भला करें ।" एक ट्विटर यूजर के सवाल के जवाब में कि दुर्गा अष्टमी पर मूर्तियों को क्यों विसर्जित किया गया, परिषद ने जवाब दिया, "टूटी हुई मूर्तियों की पूजा नहीं की जा सकती ।"
परिषद ने आगे कहा कि "बांग्लादेश के इतिहास में एक निंदनीय दिन । हम एक ट्वीट में बयां नहीं कर सकते हैं कि पिछले 24 घंटों में क्या हुआ है । बांग्लादेश के हिंदुओं ने कुछ लोगों के असली चेहरे देखे । हमें नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा लेकिन बांग्लादेश के हिंदू 2021 की दुर्गा पूजा को कभी नहीं भूलेंगे..."।
इससे पहले चटगांव, कुस्तिया और जॉयपुरहाट के कोतवाली में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं । इससे लोगों में आक्रोश और दुख की भावना दोनों है , देश के लोग पीएम से पंडालों में सुरक्षा की मांग कर रहे हैं ।