अब्दुल कादिर खान का निधन, पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों के माने जाते हैं जनक, भोपाल में हुआ था जन्म
By विनीत कुमार | Published: October 10, 2021 01:06 PM2021-10-10T13:06:19+5:302021-10-10T13:12:15+5:30
Dr Abdul Qadeer: डॉ अब्दुल कादिर खान का जन्म भारत के भोपाल में 1936 में हुआ था। हालांकि बंटवारे के बाद वे अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चले गए थे।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक माने जाने वाले परमाणु वैज्ञानिक डॉ अब्दुल कादिर खान का रविवार सुबह 85 साल की उम्र में इस्लामाबाद में निधन हो गया। खबरों के मुताबिक खान की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें इस्लामाबाद के KRL अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जियो न्यूज के मुताबिक रविवार सुबह करीब सात बजे उनका निधन हो गया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा, 'डॉ खान के निधन से गहरा दुख हुआ। हमें परमाणु हथियार संपन्न देश बनाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण हम उन्हें प्यार करते हैं। इसने हमें एक आक्रामक और बड़े परमाणु पड़ोसी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान की है। पाकिस्तान के लोगों के लिए वह एक नेशनल आइकन थे।'
डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण 'फेफड़े का फेल' हो जाना बताया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने भी खान के निधन पर दुख व्यक्त किया। खट्टक ने उर्दू में ट्वीट किया, 'डॉ अब्दुल कादिर खान के दुखद निधन पर गहरा दुख हुआ। बहुत बड़ी क्षति। पाकिस्तान हमेशा उनकी सेवाओं का सम्मान करेगा। देश हमारी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में उनके योगदान के लिए उनका बहुत ऋणी है।'
भोपाल में हुआ था अब्दुल कादिर का जन्म
डॉ अब्दुल कादिर खान का जन्म भारत के भोपाल में 1936 में हुआ था। हालांकि लेकिन बंटवारे के बाद खान अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चले गए थे। डॉ खान ने अपनी शुरुआती शिक्षा कराची के डीजे साइंस कॉलेज से प्राप्त की थी।
अब्दुल कादिर खान 2004 में विवादों में भी आए जब उन्होंने ये माना कि उत्तर कोरिया को परमाणु बम बनाने के लिए जरूरी चीजों को जमा कराने में उन्होंने मदद की। इसके बाद उन्हें उनके घर में नजरबंद भी रखा गया था।
साल 2006 में कादिर खान प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हो गए थे। हालांकि ऑपरेशन के बाद वे ठीक भी हो गए। कोर्ट के एक आदेश के बाद फरवरी 2009 में उन पर लगे नजरबंदी को हटाया गया था लेकिन उनकी हर मूवमेंट पर पाकिस्तान के अधिकारियों की नजर रहने लगी थी।