दिल्ली हिंसा पर डोनाल्ड ट्रंप के बयान की अमेरिकी सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने की आलोचना, कहा- ये नेतृत्व की विफलता है
By अनुराग आनंद | Published: February 27, 2020 01:20 PM2020-02-27T13:20:06+5:302020-02-27T13:20:06+5:30
बर्नी सैंडर्स ने कहा कि दिल्ली में हो रही हिंसा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने जो कुछ भी कहा है वह एक तरह से नेतृत्व की विफलता को बताता है।
दिल्ली की सड़कों पर हो रही आगजनी के बीच डोनाल्ड ट्रंप का भारत दौरा देश ही नहीं बल्कि विदेशी मीडिया में भी खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच अमेरिका के सीनेटर व डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दिल्ली हिंसा पर दिए गए बयान को लेकर ट्रंप पर जोरदार हमला किया है।
जानें इसके अलावा बर्नी सैंडर्स ने क्या कहा है-
बर्नी सैंडर्स ने ट्वीट किया, '20 करोड़ से ज्यादा मुसलमान भारत को अपना घर कहते हैं। व्यापक स्तर पर हुई मुस्लिम विरोधी हिंसा में कम से कम 27 मारे गए और कई घायल हुए। ट्रंप ने जवाब दिया, "यह भारत पर निर्भर है।" यह मानव अधिकारों पर नेतृत्व की विफलता है।'
सैंडर्स ने कहा कि दिल्ली में हो रही हिंसा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने जो कुछ भी कहा है वह एक तरह से नेतृत्व की विफलता को बताता है। दरअसल, दिल्ली हिंसा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने जवाब देने से इंकार करते हुए कहा था कि यह भारत का आंतरिक मामला है।
इसके साथ ही अमेरिकी सांसदों के भारत की राजधानी नयी दिल्ली में हिंसा पर तीखी प्रतिक्रिया करने के एक दिन बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर मानवाधिकारों के मुद्दे पर नाकाम रहने का आरोप लगाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए सैंडर्स ने कहा कि ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान नयी दिल्ली में हिंसा के संबंध में उनका बयान ‘‘नेतृत्व की नाकामी’’ है। भारत की यात्रा के दौरान हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘जहां तक व्यक्तिगत हमलों का सवाल है तो मैंने इसके बारे में सुना लेकिन उनके (मोदी) साथ चर्चा नहीं की। यह भारत का मामला है।’’
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर कई बड़े नेताओं ने दी प्रतिक्रिया-
सैंडर्स संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हिंसा के खिलाफ बोलने वाली सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन के बाद डेमोक्रेटिक पद के दूसरे प्रत्याशी हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के अलावा अन्य प्रभावशाली सीनेटरों ने भी बुधवार को घटनाक्रमों पर चिंता जताई। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद मार्क वार्नर और जीओपी के जॉन कोर्निन ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘हम नयी दिल्ली में हालिया हिंसा से चिंतित हैं।
हम अपने महत्वपूर्ण दीर्घकालिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए चिंता के अहम मुद्दों पर मुक्त संवाद का समर्थन करते रहेंगे।’’ इससे पहले अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने भारत सरकार से अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया
जानें डोनाल्ड ट्रंप ने दिल्ली हिंसा पर अपने यात्रा के दौरान क्या कहा-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत में मीडिया के सामने दिल्ली में जारी हिंसा के बीच सीएए पर बयान दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने नागरिकता कानून और दिल्ली में इसे लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन पर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली हिंसा के बारे में मैंने सुना है, लेकिन पीएम मोदी से इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात हुई है और वह धार्मिक आजादी के पक्षधर हैं।
ट्रंप ने CAA के सवाल पर कहा कि 'पीएम मोदी से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात की है-
दिल्ली में अपने यात्रा के दूसरे दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते में भारत की भूमिका देखना चाहता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस पर चर्चा की है। ट्रंप ने CAA के सवाल पर कहा कि 'पीएम मोदी से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात की है और वो उसके पक्षधर हैं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक शानदार नेता हैं। भारत बहुत सारे सैन्य हार्डवेयर खरीद रहा है। भारत एक 'अद्भुत देश' है।
इसके अलावा, भारत दौरे पर आए ट्रंप ने पाकिस्तान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जो हो रहा है उसे पूरा विश्व जानता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश में सभी की धार्मिक स्वतंत्रता चाहते हैं। धार्मिक आजादी पर भारत सही दिशा में काम कर रहा है।