डोनाल्ड ट्रम्प चाहते हैं यूएस में ही बने iPhones, एप्पल को बड़े आयात कर की दे डाली चेतावनी
By रुस्तम राणा | Updated: May 23, 2025 19:59 IST2025-05-23T19:59:22+5:302025-05-23T19:59:22+5:30
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक को अपनी योजना के बारे में पहले ही बता दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में बिकने वाले आईफोन भी अमेरिका में ही बनने चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो एप्पल को बड़ा टैक्स देना होगा।

डोनाल्ड ट्रम्प चाहते हैं यूएस में ही बने iPhones, एप्पल को बड़े आयात कर की दे डाली चेतावनी
वाशिंगटन: शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि iPhones अमेरिका में ही बनें, भारत जैसे दूसरे देशों में नहीं। उन्होंने एप्पल को चेतावनी दी कि अगर वे अपने iPhone का उत्पादन अमेरिका में नहीं ले जाते हैं, तो वह देश में लाए जाने वाले सभी iPhones पर 25 प्रतिशत का कर लगा देंगे। इससे अमेरिकी खरीदारों के लिए iPhones और भी महंगे हो सकते हैं।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक को अपनी योजना के बारे में पहले ही बता दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में बिकने वाले आईफोन भी अमेरिका में ही बनने चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो एप्पल को बड़ा टैक्स देना होगा।
अभी एप्पल अपने कई आईफोन चीन और भारत में बनाता है। कंपनी अमेरिका-चीन व्यापार मुद्दों से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए कुछ उत्पादन भारत में स्थानांतरित कर रही है। लेकिन इस कदम से ट्रंप परेशान हैं, जो चाहते हैं कि अमेरिकी नौकरियों में मदद के लिए अमेरिका में अधिक उत्पाद बनाए जाएं।
ट्रम्प ने इसी तरह की मांगों के साथ अमेज़न और वॉलमार्ट जैसी अन्य बड़ी कंपनियों को भी निशाना बनाया है। उनका मानना है कि विनिर्माण को अमेरिका में वापस लाने से देश की अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का बड़ा कर एप्पल की बिक्री को नुकसान पहुंचा सकता है और ग्राहकों के लिए कीमतें बढ़ा सकता है।
एप्पल ने अभी तक ट्रम्प की नवीनतम टिप्पणियों पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। यदि कर वास्तविक हो जाता है तो कंपनी को अपनी आपूर्ति योजनाओं के बारे में फिर से सोचना पड़ सकता है। फिलहाल, स्थिति अभी भी विकसित हो रही है, और एप्पल तथा अमेरिकी ग्राहक दोनों ही यह देखने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं कि आगे क्या होता है।