WHO से अमेरिका ने तोड़े सभी संबंध, डोनाल्ड ट्रंप ने किया बड़ा ऐलान, चीन के बारे में कही ये बात
By विनीत कुमार | Published: May 30, 2020 08:41 AM2020-05-30T08:41:51+5:302020-05-30T08:41:51+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WHO से सभी संबंध तोड़ने की घोषणा कर दी है। अमेरिका ने इससे पहले पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दिए जाने वाले मदद को भी रोकने का ऐलान किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से सभी संबंध तोड़ने का ऐलान किया। ट्रंप ने साथ ही कहा कि WHO चीन से बहुत ज्यादा प्रभावित है। अमरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा कि बीजिंग हॉन्ग कॉन्ग की आजादी को छीन रहा है और दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'वुहान वायरस को जिस तरह चीन ने छिपाने की कोशिश की उससे ये दुनिया भर में फैल गया और वैश्विक महामारी बन गया है। इससे 1 लाख से ज्यादा अमेरिकी लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही कई और लाखों लोगों की मौत हुई है। चीनी अधिकारियों ने इस संबंध में WHO को बताने की जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। उन्होंने अमेरिका के साथ ऐसा किया, जैसा आज तक किसी ने किया था।'
WHO से नाता तोड़ने का ऐलान करते हुए ट्रंप ने कहा, 'साल में सिर्फ 40 मिलियन डॉलर (4 करोड़ डॉलर) की मदद देने के बावजूद चीन का WHO पर नियंत्रण है। वहीं, अमेरिका साल में 45 करोड़ डॉलर की मदद दे रहा था। वे चूकी जरूरी सुधार करने में नाकाम रहे हैं, इसलिए हम WHO से अपना नाता खत्म करने जा रहे हैं।'
ट्रंप ने साथ ही कहा कि वह WHO को दिए जाने वाले फंड को अब पब्लिक हेल्थ की दिशा में काम करने वाले किसी और संगठन को देंगे।
#WATCH "China has total control over WHO despite only paying $40 million a year compared to what US has been paying which is approx $450 million a year.Because they have failed to make requested&needed reforms today we will be terminating our relationship with WHO": US President pic.twitter.com/4i4DlCHhqc
— ANI (@ANI) May 29, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे पहले पिछले महीने WHO को अमेरिका की ओर से मिलने वाली राशि रोकने का ऐलान किया था। ट्रंप ने आरोप लगाया था चीन की 'गलत सूचना' को WHO ने और बढ़ावा दिया। हालांकि WHO इन आरोपों से इनकार करता रहा है। वहीं चीन भी कहता रहा है कि वह कोरोना के मामलों को लेकर पारदर्शी रहा है।