कोरोना संकटः अमेरिका में एक ही दिन में 884 लोगों की मौत, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दे चुके हैं दो हफ्ते की चेतावनी
By रामदीप मिश्रा | Published: April 2, 2020 08:28 AM2020-04-02T08:28:36+5:302020-04-02T08:28:36+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दे चुके हैं कि आने वाले दो हफ्ते देश के लिए बहुत कठिन होने वाले हैं। उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस की महामारी के चलते कठिन दिनों के लिए तैयार रहने को कहा।
वाशिंगटनः कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में हंगामा बरपा हुआ है। अमेरिका में इस घातक वायरस के दो लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच हैरान करने देने वाली खबर यह है कि अमेरिका में एक ही दिन में 884 लोगों की मौत हुई है, जो अबतक की एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय की ओर से दी गई है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दे चुके हैं कि आने वाले दो हफ्ते देश के लिए बहुत कठिन होने वाले हैं। उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस की महामारी के चलते कठिन दिनों के लिए तैयार रहने को कहा। व्हाइट हाउस ने आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से एक लाख लोगों की मौत होने की चेतावनी दी है। ट्रम्प की टिप्पणी कोरोना वायरस पर गठित व्हाइट हाउस कार्यबल की सदस्य डेबोराह ब्रिक्स द्वारा वास्तविक आंकड़ों के आधार पर तैयार आकलन के बाद आया है।
इसके मुताबिक अमेरिका में अगर 30 अप्रैल तक सामाजिक मेल मिलाप पर लगी रोक को सख्ती से लागू किया जाता है तब भी एक लाख से दो लाख लोगों की मौत हो सकती है। ब्रिक्स का मानना है कि अगर संक्रमण को रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए गए तो 15 से 22 लाख अमेरिकियों की जान जा सकती है। महामारी ने संयुक्त राज्य में कम से कम 4,475 लोगों ने निगल ली है।
US sets new one-day record with 884 coronavirus deaths, Johns Hopkins University: AFP new agency
— ANI (@ANI) April 2, 2020
राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि इस लड़ाई में सफलता पूर्ण उपाय और सामूहिक बल, प्रेम और समर्पण से मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक व्यक्ति में अपनी इच्छा और कार्रवाई से अमेरिका को बचाने और सबसे असुरक्षित लोगों की रक्षा करने की ताकत है। इसलिए हमें वास्तव में वह करना है जिसे हम सही मानते हैं।
उन्होंने कहा है कि प्रत्येक नागरिक से कुर्बानी देने का आह्वान करता हूं। प्रत्येक कारोबार से हम राष्ट्रभक्ति का कर्तव्य पालन करने का आह्वान करते हैं। हर समुदाय मौलिक बदलाव कर रहा है कि हम कैसे रहें, कार्य करें और दैनिक जीवन में संवाद करें।