Coronavirus Vaccine: अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन पर सफलता, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा-'ग्रेट न्यूज'
By स्वाति सिंह | Published: July 15, 2020 11:00 PM2020-07-15T23:00:18+5:302020-07-15T23:00:18+5:30
Coronavirus Vaccine: अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन पर मॉडर्ना इंक को सफलता मिलने के साथ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुशी जताई है। ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा-'अच्छी खबर'
वॉशिंगटन: दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा है कि वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को लेकर अच्छी खबर है। ट्रंप ने इससे जुड़ी कोई अन्य जानकारी नहीं दी। लेकिन उनके ट्वीट के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही अमेरिका से कोरोना वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर आ सकती है।
दरअसल, मेरिका की कंपनी मॉडर्ना इंक (Moderna Inc) की वैक्सीन mRNA-1273 अपने पहले ट्रायल में पूरी तरह से सफल रही है। जिसके बाद बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया, 'वैक्सीन पर बहुत अच्छी खबर।' बता दें कि मॉडर्ना इंक के पहले टेस्ट में 45 ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जो स्वस्थ थे और उनकी उम्र 18 से 55 साल के बीच थी और इसके परिणाम सफल रहे।
Great News on Vaccines!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 15, 2020
इस टीके को नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ ऐंड मॉडर्ना इंक में फाउची के सहकर्मियों ने विकसित किया है। इस प्रायोगिक टीके के परीक्षण की दिशा में 27 जुलाई के आसपास एक अहम कदम उठाया जाएगा जब 30,000 लोगों पर यह पता लगाने के लिए कि शोध होगा कि यह टीका कोरोना वाायरस से बचाव में कितना प्रभावशाली है। हालांकि मंगलवार को शोधकर्ताओं ने 45 लोगों पर किए शुरुआती परीक्षण के निष्कर्ष बताए जिनके मुताबिक इस टीके से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
साल के अंत तक सामने आ जाएंगे परिणाम
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में अनुसंधानकर्ताओं के हवाले से कहा गया कि उन्होंने शोध में पाया कि इन लोगों के रक्त में संक्रमण को खत्म करने वाली एंटीबॉडी विकसित हो गईं और इनका स्तर कोविड-19 से उबरे लोगों में बनी एंटीबॉडी जैसा ही था। सिएटल में केसर परमानेंट वाशिंगटन रिसर्च इंस्टीट्यूट की डॉ लीजा जैक्सन जिन्होंने इस शोध की अगुवाई की, कहती हैं, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे यह पता चलेगा कि टीका संक्रमण से बचाव कर पाता है या नहीं।’’ सरकार को उम्मीद है कि इसके परिणाम साल के अंत तक सामने आ जाएंगे।
एक महीने के अंतर पर दो खुराक दिया जाना जरूरी
इस टीके की एक महीने के अंतर पर दो खुराक दिया जाना जरूरी है। इसके कोई गंभीर दुष्परिणाम नहीं हैं। टीका विशेषज्ञ और वांडेरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से जुड़े डॉ विलियम शाफनर ने शुरुआती परिणामों को ‘एक अच्छा पहला कदम’ बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतिम परीक्षण ये जवाब देने में सक्षम होंगे कि यह वास्तव में सुरक्षित और कारगर है। दुनियाभर में कोविड-19 के करीब दो दर्जन टीकों पर विभिन्न चरणों में काम चल रहा है।