Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस से पहली बार नवजात की मौत, अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा 2,000 के पार
By स्वाति सिंह | Published: March 29, 2020 08:45 AM2020-03-29T08:45:30+5:302020-03-29T08:45:30+5:30
अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2,000 के पार पहुँच चुकी है। अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब ये 1,00,000 का आंकड़ा पार कर चुके हैं।
वाशिंगटन: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में महामारी का रूप ले लिया है। अमेरिका में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को इलिनॉय में नवजात की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दुनिया में इस तरह का पहला मामला सामने आया है। इससे पहले शिकागो में एक साल से कम उम्र के बच्चे की जान गई थी।
एएफपी के मुताबिक, गवर्नर जेबी प्रित्जकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'नवजात को 24 घंटे पहले कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ था। लेकिन उसकी मौत की खबर ने सबको हिलाकर रख दिया। मौत कोरोना वायरस से ही हुई है। इसे कन्फर्म कर रहे हैं। मैं जानता हूं, एक नवजात की मौत की खबर कितनी दुखदायी हो सकती है। यह पूरे परिवार के बेहद दुखभरा समय है, जो पूरे साल भर से बच्चे के आने की खुशियां संजो रहा था। वहीं, स्वास्थ्य के निदेशक नेगोजी एजिक ने कहा, 'वैश्विक महामारी का रूप ले रहे कोरोना वायरस से अब तक किसी नवजात की मौत का मामला सामने नहीं आया था।'
बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2,000 के पार पहुँच चुकी है। अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब ये 1,00,000 का आंकड़ा पार कर चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने शुक्रवार को यह आंकड़े सामने रखे। अमेरिका में शाम छह बजे तक 1,544 मौत समेत 1,00,717 मामले दर्ज किए गए। सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क से सामने आ रहे हैं। अमेरिका में संक्रमण के मामलों में दूसरे नंबर के देश इटली से करीब 15,000 और चीन से 20,000 से अधिक मामले हैं। सबसे पहले इस बीमारी का पता चीन में ही चला था और वह इसका केंद्र बनकर सामने आया। अमेरिका में संक्रमित मामलों पर मृत्यु दर इटली के करीब 10.5 प्रतिशत के मुकाबले करीब 1.5 प्रतिशत है। मृत्यु दर कम हो सकती है क्योंकि बड़े पैमाने पर जांच से पता चला है कि ज्यादातर लोग संक्रमित हैं लेकिन उनमें बीमारी से लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। हालांकि यह बढ़ भी सकती है अगर और शहरों तथा राज्यों में न्यूयॉर्क जैसी स्थिति सामने आने लगे। न्यूयॉर्क में 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और वहां अस्पताल में बिस्तरों, निजी सुरक्षा उपकरणों और वेंटिलेटरों की भारी कमी है।