दुनियाभर में आयोजित होने वाले धार्मिक सभाओं के जरिए भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है: रिपोर्ट में खुलासा
By अनुराग आनंद | Published: April 3, 2020 03:24 PM2020-04-03T15:24:26+5:302020-04-03T15:24:26+5:30
कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलेने के कई वजह हैं जिनमें लॉकडाउन तोड़ने या कई लोगों के इकट्ठा की वजह से संक्रमण का फैलना एक बहूत बड़ा कारण है
नई दिल्ली: इन दिनों दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। हर देश अपने क्षमता मुताबिक इस कोरोना महामारी की संकट से लड़ने की कोशिश कर रहा है। ऐसे वक्त में कोरोना महामारी के फैलने की वजह व रोकने के उपाय को लेकर भी दुनियाभर की अलग-अलग संस्थाओं द्वारा रिसर्च किया जा रहा है।
कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलेने के कई वजह हैं जिनमें लॉकडाउन तोड़ने या कई लोगों के इकट्ठा की वजह से संक्रमण का फैलना एक बहूत बड़ा कारण है। इसके अलावा, अलग-अलग धर्म के लोगों द्वारा अपनी आस्था में विश्वास रखने की वजह से आयोजित कार्यक्रमों व तीर्थ यात्री आदि की वजहों से भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा है।
इसी क्रम में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपने रिसर्च में जब यह जानने की कोशिश की कि दुनिया के किन देशों में किन वजहों से कोरोना वायरस का संक्रमण कम या ज्यादा फैल रहा है तो इसमें यह बात उभर कर सामने आया है कि धार्मिक सभा व तीर्थ यात्रा की वजह से कोरोना का संक्रमण कई देशों में तेजी से फैला है।
रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि मलेशिया ने स्कूलों, कार्यालयों और प्रार्थना स्थलों को बंद कर दिया है क्योंकि देश में एक इस्लामिक धार्मिक सभा से जुड़े लोगों के माध्यम से कोरोनोवायरस का संक्रमण काफी फैल गया।
बता दें कि मलेशिया के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले लोगों की वजह से ही संक्रमण सिंगापुर से लेकर ब्रुनेई तक पहुंच गया है। इस बात की पुष्टि इस रिसर्च के दौरान हुई है।
इसके साथ ही 18 मार्च 2020 को लिखे इस लेख में यह बात भी सामने आई है कि पाकिस्तान में बड़ी संख्या में लोग धार्मिक यात्रा व कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद ईरान से लौटे थे, जिनके माध्यम से पाकिस्तान सोसाइटी में भी यह वायरस काफी तेजी से फैला था। यही नहीं वहां के स्वास्थ्य अधिकारी भी इस बीमारी को सही से ट्रैक नहीं कर पाए।
इस रिपोर्ट में साफ है कि मुस्लिम बहुल मलेशिया में पिछले एक हफ्ते में, अधिकारियों ने राजधानी कुआलालंपुर में लगभग 16,000 लोगों के इस्लामिक धार्मिक सभा से जुड़े लोगों की और इनसे फैले 513 मामलों की सूचना दी है। इससे साफ हो जाता है कि दुनिया के कई देशों में धार्मिक सभा व यात्रा के माध्यम से कोरोना के संक्रमण बढ़े हैं।
आपको बता दें कि यह किसी एक धर्म की बात नहीं है लगभग सभी धर्म को लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का सही समय पर पालन नहीं किया गया, जिसकी वजह से इन देशों में आज कोरोना महामारी का रूप ले चुका है।